पेटीएम ब्रांड की मालिक वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस का घाटा पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की जनवरी-मार्च तिमाही में कम होकर 545 करोड़ रुपये रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में कंपनी को 551 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी परिचालन आय मार्च तिमाही में 15.7 प्रतिशत घटकर 1,911.5 करोड़ रुपये रह गई, जो वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में 2,267.1 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष उसका घाटा घटकर 645.2 करोड़ रुपये रह गया, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 1,390.4 करोड़ रुपये थी।
एलेम्बिक फार्मा के शुद्ध लाभ में आई 12 प्रतिशत की गिरावट
वडोदरा की एलेम्बिक फार्मास्युटिकल्स ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में 12 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की और यह घटकर 157 करोड़ रुपये रह गया। उसकी शुद्ध बिक्री 17 प्रतिशत बढ़कर 1,770 करोड़ रुपये हो गई। एबिटा भी 9 प्रतिशत बढ़कर 286 करोड़ रुपये हो गया, जिससे एबिटा मार्जिन 16 प्रतिशत रहा। कर से पहले का लाभ 5 प्रतिशत बढ़कर 192 करोड़ रुपये हो गया। एलेम्बिक के ग्रुप सीएफओ आरके बाहेती ने स्पष्ट किया कि कंपनी ने पिछले वर्षों में अवरुद्ध संपत्तियों को बट्टेखाते डाला था जिससे कराधान में कमी आई। एलेम्बिक फार्मास्युटिकल्स के प्रबंध निदेशक शौनक अमीन ने कहा कि भारत के ब्रांडेड कारोबार ने विशेष उपचारों के बल पर बेहतर प्रदर्शन किया।
बैंक ऑफ बड़ौदा के मुनाफे में 3 प्रतिशत की मामूली बढ़त
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) का शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 3 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 5,048 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने मंगलवार को जनवरी-मार्च, 2025 तिमाही के वित्तीय नतीजों की सूचना शेयर बाजार को दी। एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक ने 4,886 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। बीओबी ने कहा कि आलोच्य तिमाही में उसकी कुल आय एक साल पहले के 33,775 करोड़ रुपये से बढ़कर 35,852 करोड़ रुपये हो गई। इस दौरान बैंक की ब्याज आय बढ़कर 30,642 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 29,583 करोड़ रुपये थी। हालांकि, तिमाही में शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) घटकर 11,020 करोड़ रुपये रह गई।