इक्विटी म्युचुअल फंडों (एमएफ) का नकदी स्तर नवंबर में मामूली रूप से घटकर 5.4 प्रतिशत रह गया। यह चार महीने में सबसे कम है। यह गिरावट इक्विटी योजनाओं में शुद्ध प्रवाह में 14 प्रतिशत की मासिक गिरावट के बीच आई है।
नकदी का स्तर सितंबर में 6 प्रतिशत के ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था। लेकिन इसमें बाजार में गिरावट के बीच अक्टूबर से कमी आ रही है। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज की एक रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर के अंत में नकदी का स्तर 5.5 प्रतिशत था। यह रिपोर्ट शीर्ष 20 फंड हाउस की इक्विटी योजनाओं के पास मौजूद नकदी पर आधारित है।
पीपीएफएएस म्युचुअल फंड के पास सर्वाधिक 21.5 प्रतिशत की नकदी थी जबकि बाकी अन्य फंड हाउसों की इक्विटी योजनाओं के पास 10 प्रतिशत से कम नकदी थी। फंड अधिकारियों के अनुसार हालांकि उनका लक्ष्य पूर्ण निवेश बनाए रखना है, लेकिन अनिश्चितता या महंगे मूल्यांकन के दौरान उन्हें नकदी रखने की जरूरत होती है।
नकदी रखना इस बात पर भी निर्भर करता है कि महीने के आखिर में स्कीम से कितना पैसा निकलता है और कितना पैसा आता है। नवंबर में इक्विटी फंडों में निवेश कम आया था जिसकी वजह एकमुश्त निवेश और नई फंड पेशकशों के संग्रह में गिरावट रही। नवंबर में ऐक्टिव योजनाओं में 35,943 करोड़ रुपये आए जो अक्टूबर के 41,887 करोड़ रुपये के सर्वाधिक पूंजी निवेश से 14 फीसदी कम है।
नकदी स्तरों में ये बदलाव बाजार में उतार-चढ़ाव की वजह से संपूर्ण फंड केआकार में होने वाले बदलावों पर आधारित है। भले ही नकदी होल्डिंग स्थिर हो, लेकिन बाजार में गिरावट के कारण इक्विटी योजनाओं की संपूर्ण प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों (एयूएम) में गिरावट के परिणामस्वरूप नकदी का स्तर बढ़ जाता है।