पिछले 10 वर्षों में म्युचुअल फंड उद्योग ने कई नई कंपनियों का प्रवेश देखा है, लेकिन उनमें से कोई भी बड़ी कंपनियों के सामने ज्यादा चुनौती पेश नहीं कर पाई।
20 अग्रणी फंड हाउस उद्योग की 90 फीसदी से ज्यादा परिसंपत्तियों का प्रबंधन करता है और इस सूची में उन कंपनियों का वर्चस्व बना हुआ है जो एक दशक से ज्यादा समय से इस कारोबार में हैं।
विशेषज्ञों ने कहा, Bajaj Finserv MF इसमें बदलाव ला सकती है। पुणे की फंड हाउस के पास ब्रांड की पहचान व वितरण की ताकत है, जिसकी जरूरत एमएफ जैसे कारोबार में अग्रणी सूची में शामिल होने के लिए होती है।
परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों (asset management companies) में सीईओ व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों का पद संभालने वाले विजय मंत्री ने कहा, उन्हें सबसे बड़ा लाभ ब्रांड का मिलेगा, जो उसने वित्तीय सेवा उद्योग में बनाया है। उनकी योजनाएं बेचना वितरकों के लिए आसान बन जाएगी।
उन्होंने कहा, किसी नए फंड हाउस की पहली चुनौती रकम हासिल करने की होती है। फंड का प्रदर्शन भविष्य की चिंता होती है।
यहीं पर बजाज फिनसर्व की सबसे बड़ी ताकत छुपी हुई है। दो अहम वित्तीय सेवा वर्टिकल – उधारी (बजाज फाइनैंस) और बीमा (बजाज अलियांज) – में कंपनी की ठोस मौजूदगी आगामी परिसंपत्ति प्रबंधन कारोबार को वहां तक पहुंचाने की क्षमता रखता है जो कुछ ही फंड हाउस को उपलब्ध है।
एचडीएफसी सिक्योरटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनैंस के बड़े खुदरा क्लाइंट आधार (6 करोड़ से ज्यादा) तक पहुंच सकती है। साथ ही वह अपने बीमा क्लाइंटों को क्रॉस-सेल का मौका भी देख सकती है।
वित्त वर्ष 2022 की सालाना रिपोर्ट में बजाज फाइनैंस ने अपने ग्राहकों का आधार 5.76 करोड़ रहने का अनुमान जताया है। साल के दौरान कंपनी ने करीब 2.5 करोड़ कर्ज का वितरण किया और उपभोक्ताओं की तरफ से 1.3 करोड़ से ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक्स, डिजिटल प्रॉडक्ट्स, लाइफस्टाइल प्रॉडक्ट्स, लाइफकेयर की खरीद व अन्य खुदरा खर्च के लिए वित्त पोषण मुहैया कराया।
यह सिर्फ उधारी देने का मामला है, इसके अलावा कंपनी के पास फिक्स्ड डिपॉजिट निवेशकों की काफी बड़ी संख्या भी है।
बीमा की बात करें तो बजाज अलियांज लाइफ के 1.17 लाख से ज्यादा एजेंट हैं। यह जानकारी IRDAI के आंकड़ों से मिली। कंपनी सामान्य बीमा की भी पेशकश करती है, जिसके एजेंटों का आधार अलग है।
थोड़ा बहुत प्रशिक्षण के बाद इन बीमा एजेंटों की बड़ी संख्या को म्युचुअल फंड बेचने के लिए तैयार किया जा सकता है, जैसा एलआईसी एमएफ कर रही है।
यह पता नहीं है कि ये वितरक खुद को बजाज फिनसर्व तक सीमित रखेंगे, लेकिन अगर यह रणनीति अपनाई गई तो वितरण के मामले में कुछ फायदा पहुंच सकता है।
ICICI Direct की विश्लेषक काजल गांधी ने कहा, म्युचुअल फंड कारोबार के अतिरिक्त यह समूह के अन्य कारोबार को भी फायदा पहुंचा सकता है।
कंपनी को बाजार नियामक सेबी से म्युचुअल फंड लाइसेंस पिछले हफ्ते मिला, लेकिन कंपनी अगस्त 2021 में सैद्धांतिक मंजूरी मिलने के बाद से ही म्युचुअल फंड में उतरने की तैयारी कर रही है।
कंपनी एएमसी की मुख्य टीम का गठन पहले ही कर चुकी है। बजाज समूह के प्रमुख (कॉरपोरेट रणनीति – समूह) गणेश मोहन को सीईओ नियुक्त किया गया है। जनवरी 2022 में बजाज फिनसर्व ने केनरा रोबोको एमएफ के इक्विटी प्रमुख निमेष चंदन को निवेश टीम की अगुआई करने के लिए नियुक्त किया है। इसके ठीक बाद आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी के ए. चौधरी को बिक्री टीम का प्रमुख बनाया गया।