निर्माण एवं इंजीनियरिंग क्षेत्र की दिग्गज कंपनी लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) को लेकर ज्यादातर ब्रोकरेज कंपनियां उत्साहित हैं। ब्रोकरेज कंपनियों का कहना है कि इंजीनियरिंग क्षेत्र की भारत की इस सबसे बड़ी कंपनी का बहीखाता मजबूत है और मार्च तिमाही में इसका परिचालन प्रदर्शन भी शानदार रहा है। इन कंपनियों का कहना है कि कोविड-19 महामारी के बीच भी एलऐंडटी के लिए संभावनाएं शानदार लग रही हैं।
मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज के एक विश्लेषकों ने कहा, ‘पिछले वर्ष की तरह इस साल भी कोविड-19 चुनौतियां पेश कर रहा है, लेकिन निर्माण गतिविधियां थमी नहीं हैं। इस वजह से असर थोड़ा कम दिखना चाहिए।’
इस ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि एलऐंडटी का बहीखाता और मजबूत हो गया है। इसका शुद्ध कर्ज एवं पूंजी अनुपात वित्त वर्ष 2020 के 1.5 गुना से सुधरकर 1 गुना हो गया है। इतना ही नहीं, कंपनी की कार्यशील पूंजी भी सुधरकर कुल बिक्री का 22.2 प्रतिशत हो गई है, जो पहले 23.7 प्रतिशत थी।
कंपनी को हासिल सौदों का खाता भी 3.3 लाख करोड़ रुपये के साथ मजबूत दिख रहा है। इसमें सालाना आधार पर 8 प्रतिशत की तेजी आई है। बर्नस्टीन ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है, ‘वित्त वर्ष 2021 में कंपनी को 73 प्रतिशत से अधिक कारोबारी सौदे घरेलू बाजार से मिले थे। हालांकि वैश्विक बाजारों में सुधार से अब वित्त वर्ष 2020 में विदेश से भी बड़ी तादाद में सौदे मिल सकते हैं।’
दौलत कैपिटल ने कहा कि मजबूत सौदे, नैशनल इन्फ्रास्ट्रचर पाइपलाइन के तहत पूंजीगत व्यय के लिए अधिक आवंटन, पीएलआई योजना का दायरा बढऩे से एलऐंडटी के लिए कारोबारी संभावनाएं मजबूत हो गई हैं। नोमूरा ने भी एलऐंडटी के लिए ‘बाई’ सलाह दी है, लेकिन इसने वित्त वर्ष 2022 के लिए करोपरांत मुनाफे का अनुमान 2 प्रतिशत कम कर दिया है। हालांकि इसने कर एवं ब्याज पूर्व आय में संभावित वृद्धि के मद्देनजर वित्त वर्ष 2023 के लिए इस अनुमान में 4 प्रतिशत इजाफा कर दिया है।
हालांकि कुछ ब्रोकरेज कंपनियां कंपनी को लेकर सतर्क भी हैं। उदाहरण के लिए सेंट्रम ब्रोकिंग कुछ ब्रोकरेज कंपनियों में शामिल है जिन्होंने मौजूदा स्तरों से सीमित सुधारों का हवाला देते हुए एलऐडट शेयर की रेटिंग ‘बाई’ से घटाकर ‘एड’ कर दी है। इस ब्रोकरेज कंपनी ने कहा है, ‘कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण वित्त वर्ष 2022 में एलऐंडटी के कारोबार में सुधार पर आंशिक रूप से असर पड़ सकता है।’