जियो फाइनैंशियल सर्विसेज (Jio Financial Services) ने विदेशी निवेश (विदेशी पोर्टफोलियो निवेश समेत) बढ़ाकर इक्विटी शेयर पूंजी का 49 प्रतिशत करने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मांगी है।
कंपनी परिसंपत्ति प्रबंधन, वित्तीय उत्पाद वितरण, बीमा, ब्रोकिंग और परिसंपत्ति पुनर्निर्माण के लिए इकाइयां शुरू करने के लिए भी ई-वोटिंग के जरिये शेयरधारकों की मंजूरी लेना चाहती है।
वित्तीय सेवा कंपनी कई व्यवसायों में प्रवेश के लिए अपनी योजनाओं की घोषणा पहले ही कर चुकी है। उसने परिसंपत्ति प्रबंधन और संपदा प्रबंधन एवं ब्रोकिंग व्यवसायों के लिए अमेरिका की ब्लैकरॉक के साथ अलग संयुक्त उपक्रम भी बनाया है। परिसंपत्ति प्रबंधन संयुक्त उपक्रम ने पिछले साल अक्टूबर में म्युचुअल फंड लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। कंपनी ने एक वैश्विक कंपनी की भागीदारी में बीमा क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए भी अपनी योजनाओं की घोषणा की है।
जियो फाइनैंशियल का शेयर (Jio Financial Services Share) 2.9 प्रतिशत तक की तेजी के साथ बंद हुआ। पिछले एक साल में यह शेयर 60 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ चुका है। कंपनी में स्वतंत्र निदेशक के तौर पर रमा वेदश्री की नियुक्ति के लिए भी 24 मई को ई-वोटिंग प्रस्तावित है।
वित्तीय सेवा फर्म को जुलाई 2023 में रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग किया गया था। जियो फाइनैंशियल का शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 5.8 प्रतिशत बढ़कर 311 कोड़ रुपये रहा। पूरे वित्त वर्ष 2024 के लिए समेकित शुद्ध लाभ बढ़कर 1,605 करोड़ रुपये हो गया। बीएस