साल 2004 के बाद से Tata ग्रुप की तरफ से मार्केट को लेकर बड़ी खबर आई है। Tata के IPO का लोगों को करीब 19 साल से इंतजार था, जिसको लेकर 27 जून को मार्केट रेगुलेटर सेबी (Sebi) ने अपनी मंजूरी दे दी थी। टाटा समूह की कंपनी Tata Technologies जल्द ही अपना IPO लाने वाली है। हालांकि शेयर मार्केट में एंट्री से पहले ही Tata Technologies ने ग्रे मार्केट में धमाल मचा रखा है। कंपनी के शेयरों की दमदार मांग देखी जा रही है।
कब आएगा Tata का IPO?
मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय शेयर मार्केट में किसी भी कंपनी को अपने शेयरों को पूरी तरह से लिस्ट करने में करीब 30-45 दिन का समय लगता है। क्योंकि कंपनी को प्राइस बैंड और अन्य कई लिस्टिंग औपचारिकताओं को पूरा करना होता है।
चूंकि कंपनी को जून के अंतिम सप्ताह में सेबी की तरफ से मंजूरी मिली तो ऐसे में यह उम्मीद लगाई जा सकती है कि कई दिनों से इंतजार वाला Tata Technologies का IPO अगस्त के अंतिम सप्तताह या सितंबर के पहले सप्ताह तक आ जाएगा।
क्या होगी शेयरों की कीमत?
इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि Tata Technologies की शेयर बाजार में लिस्टिंग होने के बाद इसके शेयरों की कीमत 268 रुपये के करीब हो सकती है।
Tata Technologies IPO के प्राइस बैंड को लेकर बाजार विशेषज्ञ अनुज गुप्ता ने मिंट को बताया कि टाटा टेक्नोलॉजीज की तुलना उसके प्रतिद्वंद्वी Cyient से करने पर, टाटा टेक्नोलॉजीज का बाजार पूंजीकरण (mcap) लगभग ₹12,000 करोड़ है। जैसा कि कंपनी ने भारतीय शेयर बाजारों में लिस्टिंग करने के लिए 405,668,530 शेयरों का प्रस्ताव दिया है, टाटा टेक्नोलॉजीज IPO की कीमत 295 रुपये के आसपास आएगी। इसमें 10-15 प्रतिशत का हेरफेर हो सकता है।
ग्रे मार्केट में कंपनी का दमदार कारोबार
कंपनी का शेयर ग्रे मार्केट में दमदारी के साथ कारोबार कर रहे हैं। ग्रे मार्केट प्रीमियम इस सप्ताह के भीतर ही रुपये से बढ़कर 100 रुपये तक पहुंच गए। हालांकि आज की बात करें तो ग्रे मार्केट प्रीमियम 16 रुपये कम होकर 84 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
बता दें कि सेबी ने जिस दिन IPO को लाने की मंजूरी दी थी उस दिन कंपनी का GMP 76 रुपये पर कारोबार कर रहा था और 29 जुलाई को यह उछलकर 84 रुपये पर पहुंच गया।
टाटा टेक्नोलॉजीज के IPO के बारें में जानकारी
मसौदा दस्तावेजों के अनुसार, टाटा टेक्नोलॉजीज का IPO पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) होगा। जबकि कंपनी के मौजूदा शेयरहोल्डर टाटा मोटर्स, अल्फ़ा टीसी होल्डिंग्स और टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड-I अपनी हिस्सेदारी बेच देंगे। OFS के तहत बिक्री करने वाले शेयरहोल्डर्स 9.57 करोड़ यूनिट्स को बेचेंगे, जो इसकी भुगतान की गई शेयर कैपिटल का 23.60 प्रतिशत है।
ऑटो प्रमुख टाटा मोटर्स की कंपनी में 74.69 प्रतिशत हिस्सेदारी है। OFS के तहत, Tata Technologies की मूल कंपनी Tata Motors कंपनी में 8.11 करोड़ शेयर या 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच देगी।
अंतिम बार कब Tata लाई थी IPO?
Tata Technologies के आने वाले IPO से पहले साल 2004 में जुलाई के महीने में अंतिम बार Tata ग्रुप की कंपनी Tata Consultancy Services (TCS) IPO लेकर आई थी।