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कोलकाता की सुरक्षा डायग्नोस्टिक्स लिमिटेड ने कहा है कि उसकी योजना पूर्वी भारत के बाजार पर ध्यान बनाए रखने की है। इस बाजार के बारे में उसका मानना है कि यहां इस तरह की सेवाओं का प्रसार कम हुआ है। कंपनी का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम 29 नवंबर को खुलेगा। कंपनी ने आईपीओ का कीमत दायरा 420-441 रुपये प्रति शेयर है। कंपनी का 846.25 करोड़ रुपये का आईपीओ पूरी तरह से ओएफएस है।
कंपनी की संयुक्त प्रबंध निदेशक और सीईओ ऋतु मित्तल ने कहा कि उनका लक्ष्य हर साल 4-5 बड़े केंद्र और 10-12 छोटे केंद्र खोलने के लिए अगले 3-4 वर्षों तक हर साल 70 करोड़ रुपये का निवेश करना है। इसके लिए रकम का इंतजाम आंतरिक स्रोतों से किया जाएगा।
कंपनी के अध्यक्ष और संयुक्त प्रबंध निदेशक सोमनाथ चटर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल और पूर्वी बाजार काफी हद तक इस तरह की सेवाओं से वंचित हैं। पश्चिम बंगाल के 8-9 जिलों में सुरक्षा अभी भी मौजूद नहीं है। उसका लक्ष्य अन्य भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार करने के बजाय पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों असम, त्रिपुरा और मेघालय में विस्तार करना है। वर्तमान में उसे रेडियोलॉजी से 44 फीसदी और पैथोलॉजी जांचों से 56 फीसदी राजस्व मिलता है। 2024-25 जून तिमाही तक इसका एबिटा मार्जिन 35.7 फीसदी रहा है, जो डॉ. लाल पैथलैब्स, थायरोकेयर और मेट्रोपोलिस जैसे प्रतिस्पर्धियों से अधिक है। दक्षिण की श्रृंखला विजय डायग्नोस्टिक का एबिटा मार्जिन 41.48 फीसदी है।
हिस्सेदारी बेचने वाले शेयरधारकों में सोमनाथ चटर्जी, ऋतु मित्तल और सतीश कुमार वर्मा शामिल हैं। इस बीच, ऑर्बीमेड एशिया-2 मॉरीशस लिमिटेड, मुन्ना लाल केजरीवाल और संतोष कुमार केजरीवाल जैसे शेयरधारक भी अपना हिस्सा बेच रहे हैं। 8 वर्षों से सुरक्षा में निवेशित ऑर्बिमेड आंशिक रूप से बाहर निकल रही है और इश्यू के बाद डायग्नोस्टिक्स श्रृंखला में 13 फीसदी हिस्सेदारी बनाए रखेगी।