भारतीय पूंजी बाजार में पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के जरिए निवेश जून के अंत तक बढ़कर 92,261 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह इसका 37 माह का उच्चतम स्तर है। इससे भारतीय पूंजी बाजार के प्रति विदेशी निवेशकों का भरोसा बढऩे का संकेत मिलता है।
भारतीय बाजार विनियामक सेबी के साथ पंजीकृत विदेशी पोर्टफोलियो (एफपीआई) निवेशक अपने उन विदेशी ग्राहकों को पी-नोट जारी करते है जो भारत में अपना पंजीकरण कराए बिना यहां की प्रतिभूतियों में निवेश करना चाहते हैं। हालांकि, इसके लिए उन्हें पहचान के मामले में पूरी जांच-परख की प्रक्रिया को पूरा करना होता है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के आंकड़ों के अनुसार भारतीय बाजारो में पी-नोट्स के जरिए निवेश जून के अंत तक बढ़कर 92,261 करोड़ रुपये हो गया।
यह मई के अंत में 89,743 करोड़ रुपये, अप्रैल अंत में 88,447 करोड़ रुपये और मार्च अंत में 89,100 करोड़ रुपये था। जून अंत में पी-नोट्स के जरिए हुए कुल 92,261 करोड़ रुपये के निवेश में से 83,792 करोड़ रुपये शेयरों में निवेश किए गए। इसके अलावा 8,069 करोड़ रुपये ऋण प्रतिभूतियों और 392 करोड़ रुपये हाइब्रिड प्रतिभूतियों में डाले गए।