अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया चार पैसे की गिरावट के साथ 82.55 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के रुख और कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती आने से रुपये में यह गिरावट आई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि जोखिम से बचने की धारणा के बीच रुपये ने सीमित दायरे में कारोबार किया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.61 पर खुला और कारोबार के दौरान 82.34 के उच्चस्तर और 82.64 अंक के निचले स्तर को छूने के बाद अंत में चार पैसे की गिरावट के साथ 82.55 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इससे पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 82.51 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
बीएनपी पारिबा बाय शेयरखान में अनुसंधान विश्लेषक, अनुज चौधरी के अनुसार, कमजोर घरेलू शेयर बाजार और मजबूत डॉलर के कारण रुपये की धारणा प्रभावित हुई। उन्होंने कहा, ‘फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना और ब्रिटेन के निराशाजनक सकल घरेलू उत्पाद के आंकड़ों के बीच पाउंड के कमजोर होने से डॉलर मजबूत हुआ।’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 फीसदी बढ़कर 103.28 हो गया। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 2.22 फीसदी बढ़कर 86.38 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 123.52 अंक की गिरावट के साथ 60,682.70 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने गुरुवार को शुद्ध रूप से 736.82 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।