बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो करेंसी की कीमतों में भारी गिरावट ने भारत में पहले से ही आसमान से जमीन पर आ चुके क्रिप्टो करेंसी बाजार पर दबाव बढ़ा दिया है। वैश्विक और घरेलू कीमतें पिछले साल नवंबर से लगातार नीचे आई हैं। नवंबर में बिटकॉइन की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजारों में 68,000 डॉलर के आसपास पहुंच गई थीं, लेकिन हाल में प्रमुख क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन की कीमत में भारी गिरावट देखी गई है।
बिटकॉइन की कीमत पिछले सप्ताह में 30,000 डॉलर से करीब 30 प्रतिशत गिरी है। पिछले एक महीने में इसमें 35 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई है, जबकि पिछले दो और छह महीने में 48 प्रतिशत और 58 प्रतिशत की कमजोरी आई है। मौजूदा समय में बिटकॉइन 21,100 डॉलर के आसपास कारोबार कर रही है। अरोड़ा रिपोर्ट के अल्गो ट्रेडिंग सलाहकार और लेखक निगम अरोड़ा का कहना है, ‘बाजारों में हमारा 30 साल का अनुभव हमें सिखाता है कि जब कोई चीज काफी नीचे गिर जाएगी तो बाजार उसे बाहर निकाल देगा। अब, मेरा मानना है कि तेजड़िये खरीदारी करेंगे और बिटकॉइन को ऊपर ले जाने के प्रयास में 20,000-21,000 डॉलर के दायरे में बनाए रखने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा, हमारे विश्लेषणों में कई मार्जिन कॉल हैं कि क्या बिटकॉइन 19,000 डॉलर से नीचे जाएगी। ये मार्जिन कॉल सही साबित हुए हैं और अगला लक्षित दायरा 15,000-16,000 डॉलर है। ‘
अरोड़ा ने कहा कि दिलचस्प यह है कि करीब एक महीने पहले बिटकॉइन गिरकर 21,000 डॉलर पर आ सकती थी, जब क्रिप्ट 31,280 डॉलर पर थी। अरोड़ा की तरह अन्य विश्लेषकों का भी मानना है कि बिटकॉइन 20,000 का निचला स्तर दर्ज कर सकती है। उसके बाद, बाजार क्रिप्टकरेंसी के लिए एकतरफा होंगे, और जल्द अमीर बनने के दिन निवेशकों के लिए लद गए हैं।
वजीरएक्स के उपाध्यक्ष राजागोपाल मेनन ने कहा, ‘वर्ष के शुरू से ही बाजार विभिन्न अनिश्चितताओं के कारण कमजोर बने हुए हैं। इन अनिश्चितताओं में रूस-यूक्रेन युद्ध, लगातार बढ़ रही मुद्रास्फीति, ब्याज दर वृद्धि, और चीन में लॉकडाउन की वजह से आपूर्ति शृंखला से संबंधित समस्याएं मुख्य तौर पर शामिल हैं। सूक्ष्म स्तर पर कुछ अज्ञात घटनाक्रम का भी इस गिरावट में योगदान रहा है।’
रविवार को, प्रख्यात वैश्विक क्रिप्ट ऋणदाता सेल्सियस नेटवर्क ने विपरीत बाजार हालात का हवाला देते हुए सभी अदला-बदली, निकासी और खातों के बीच स्थानांतरण रोक दिए। अब कंपनी ने वित्तीय पुनर्गठन अटॉर्नी की नियुक्ति की है। एक अन्य घटनाक्रम में आज सुबह क्रिप्ट बाजार के एक बेहद प्रख्यात कारोबार एक बड़े क्रिप्ट हेज फंड के संबंध में 40 करोड़ डॉलर की दिवालिया जांच की खबर सामने आई।
क्रिप्ट रिसर्च एवं रेटिंग कंपनी क्रेबैको के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी सिद्धार्थ सोगानी ने कहा, ‘ मुद्रास्फीति से निपटने के उपायों के सख्ती की प्रक्रिया में दुनियाभर के वित्तीय बाजारों की तरह बिटकॉइन भी अपवाद नहीं है। मैं इसकी कीमत को अब 20,000 डॉलर और निचले स्तर पर 18,000 डॉलर पर समर्थन मिलने की संभावना देख रहा हूं, लेकिन कुल मिलाकर, क्रिप्ट बाजार मंदी के चक्र में है और एक या दो महीने तक यह समेकित या एकतरफा बना रहेगा।’