शेयर बाजार में वायदा एवं विकल्प (F&O) सेगमेंट के करीब 53 फीसदी ट्रेड के फैसले सोशल मीडिया व यूट्यूब वीडियो, परिवार व मित्रों की सलाह के आधार पर लिए जाते हैं। कांटार के साथ शेयरखान की तरफ से किए गए एक देशव्यापी सर्वेक्षण से यह जानकारी मिली।
सीरियस अबाउट द मार्केट्स शीर्षक से जारी रिपोर्ट में पाया गया है कि सिर्फ 10 फीसदी ट्रेडरों ने ही अपने आप विश्लेषण किए। इसके अलावा 40फीसदी से ज्यादा नए ट्रेडरों ने दावा किया कि वे आसान कमाई के मौके की खातिर F&O सेगमेंट में उतरे हैं, वहीं उनमें से 48 फीसदी का मानना है कि 30-40 फीसदी लोग लगातार अच्छा रिटर्न हासिल कर रहे हैं।
30 से 40 फीसदी लोगों को अच्छा रिटर्न मिलने का अनुमान बाजार नियामक के तथ्यों से उलट है, जिसमें कहा गया है कि 10 में से 9 निवेशक डेरिवेटिव या F&O सेगमेंट में रकम गंवाते हैं।
सेबी की तरफ से हुए अध्ययन के बाद शेयर ब्रोकरों को जोखिम से संबंधित खुलासा निवेशकों व ट्रेडरों को करना अनिवार्य किया गया है। सर्वे में शामिल 55 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्होंने F&O ट्रेड में अपने नुकसान को कम करने या उसे औसत बनाने के लिए और खरीद करते हैं।