मुंबई की एक वित्तीय कंपनी ईडलवाइस इस साल जून में म्युचुअल फंड कारोबार में उतरने की योजना बना रही है।
कंपनी 25 करोड़ रुपये की अधिकृत राशि के साथ शुरुआत करेगी। ईडलवाइस के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी रशेश शाह ने बताया कि फिलहाल हमें भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की मंजूरी मिलने का इंतजार है। उम्मीद है कि जून तक इसे कार्यात्मक बनाया जा सकेगा।
कंपनी कई नए उत्पादों के साथ बाजार में कदम रख रही है, जैसे कुछ विशेष सेगमेंटेड फं ड जो हाई नेटवर्थ इनकम निवेशकों (एचएनआई) और शिक्षा क्षेत्र के लिए हैं। शाह बताते हैं कि म्युचुअल फंड बाजार काफी खंडित हो चुका है।
हम जनता के एक खास हिस्से को अपना लक्ष्य मानकर रचनात्मक उत्पाद लाने पर अपना ध्यान लगा रहे हैं। ईडलवाइस के इस म्युचुअल फंड पोर्टफोलियो में स्ट्रक्चर फंड और कॉन्स्ट्रेटेड इक्विटी फंड शामिल होगा। कंपनी के संपत्ति प्रबंधक अनुराग मेहरोत्रा कहते हैं कि एचएनआई के पोर्टफोलियो में स्ट्रक्चर्ड उत्पादों का हिस्सा 10 से 15 फीसदी से ज्यादा नहीं है लेकिन यह 30 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि इससे अनेक स्थितियों में रिटर्न हासिल किए जा सकते हैं।
निवेश के वैकल्पिक साधनों की बात की जाए तो एचएनआई की दिलचस्पी कला और सिक्कों में दीर्घकालिक निवेश करने में बढ़ रही है।ईडलवाइस के अध्क्षक्ष शाह बताते हैं कि कंपनी कई दूसरे उत्पाद भी पेश करेगी जैसे लिक्विड, डेट और डाइवर्सीफाइड इक्विटी फंड। पहले साल 8 से 10 फंड पेश किए जाएंगे। बाजार के हालात का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि वैश्वीकरण के चलते दुनिया एकीकृत हो गई है और वोलेटिलिटी की वजह भी यही है। फिलहाल यह कुछ समय जारी रहेगी।
बेहद उम्मीद से भरे शाह कहते हैं कि यह साल व्यवसाय की नजर से काफी अच्छा है। जहां तक बाजार का सवाल है तो यह कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे चुनाव, महंगाई और वैश्विक हालात। रियल एस्टेट कारोबार और बैंकों में खामोशी छायी है लेकिन फार्मास्युटिकल, विनिर्माण और आईटी क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदें हैं।पिछली तिमाही में कंपनी के प्रदर्शन पर शाह ने कहा कि नतीजे उम्मीदों के मुताबिक ही रहे। कंपनी का यह साल साधारण रहा है और कुछ खास नहीं हुआ।