ज्यादातर बाजार विश्लेषक पिछले तीन साल में ‘वैल्यू’ शेयरों के शानदार प्रदर्शन के बाद 2024 में ‘क्वालिटी’ और ‘ग्रोथ’ से जुड़े शेयरों पर ध्यान बढ़ने की उम्मीद कर रहे हैं। ‘वैल्यू’ शेयर सामान्य तौर पर दमदार मुनाफे वाली अच्छी कंपनियों के होते हैं जो अपनी वास्तविक कीमत के मुकाबले नीचे कारोबार कर रहे हैं।
कमोडिटी, औद्योगिक, वाणिज्यिक वाहन और पीएसयू जैसे क्षेत्रों की कंपनियों में गिरावट आई है। जो शेयर लगातार ऊंचे आरओई (पूंजी पर प्रतिफल) देते हैं और कम चक्रीयता से जुड़े होते हैं उन्हें ‘ग्रोथ’ शेयर के तौर पर समझा जाता है। कई फंड प्रबंधकों का झुकाव शेयर चयन दृष्टिकोण में से एक की ओर होता है।
वैल्यू की तुलना में गुणवत्ता या मूल्य के लिए आकर्षक परिदृश्य मुख्य तौर पर 2024 में दर चक्र में बदलाव की उम्मीदों और दो सेगमेंट में मूल्यांकन अंतर घटने से पैदा हुआ है। यूटीआई ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) में इक्विटी प्रमुख अजय त्यागी ने कहा, ‘ग्रोथ शेयर इस साल बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। वैल्यू इंडेक्स अपने पिछले पांच वर्षीय औसत के मुकाबले काफी ऊपर कारोबार कर रहा है और मूल्यांकन दीर्घावधि औसत के समान है।’
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, 2024 में मुनाफा वृद्धि में संभावित नरमी भी हमारी गुणवत्ता के पक्ष में रहेगी। ब्रोकरेज ने कहा, ‘2024 में मुनाफा वृद्धि में नरमी आने से, दर कटौती चक्रीयता/मूल्य के बजाय नकदी/गुणवत्ता से जुड़े मूल्यांकन को बढ़ावा देगी। इसके अलावा इन दोनों के बीच मूल्यांकन अंतर भी काफी घटा है।’
आदित्य बिड़ला सनलाइफ एएमसी भी इस साल वृद्धि और गुणवत्ता थीमों का प्रदर्शन बेहतर रहने की उम्मीद कर रही है। उसे वैल्यू शेयरों से पैसा निकलने और गुणवत्ता थीम में आने की उम्मीद है।
विश्लेषक दो निवेश शैलियों के प्रदर्शन का अध्ययन करने के लिए अलग अलग दृष्टिकोण अपनाते हैं। निफ्टी 50 वैल्यू 20 और निफ्टी 100 क्वालिटी 30 जैसे सूचकांकों से भी मजबूत संकेत मिला है।
एनएसई के आंकड़े से पता चलता है कि जनवरी 2021 से, वैल्यू इंडेक्स 74 प्रतिशत तक चढ़ा है, जबकि क्वालिटी इंडेक्स में 54 प्रतिशत की तेजी आई है। मौजूदा समय में, क्वालिटी इंडेक्स पर एफएमसीजी, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों का दबदबा है।
इनका संयुक्त भारंक 67 प्रतिशत है। वैल्यू के मामले में, प्रमुख तीन क्षेत्रों में आईटी, वित्तीय सेवा और एफएमसीजी शामिल हैं। इनका संयुक्त रूप से सूचकांक में 70 प्रतिशत से ज्यादा योगदान है।
दिसंबर के अंत तक, वैल्यू इंडेक्स का पीई अनुपात 18.54 था जबकि क्वालिटी इंडेक्स के लिए यह 31.24 था। हालांकि, इस दृष्टिकोण में एक जोखिम है। सीएलएसए के मुताबिक, अमेरिका में मंदी की स्थिति ग्रोथ स्टॉक्स के लिए चिंता का कारण बन सकती है।
वैल्यू थीम के शेयरों ने करीब एक दशक की सुस्ती के बाद अच्छा प्रदर्शन किया है। कोविड के निचले स्तरों के बाद मूल्यांकन में सुधार और मजबूत बदलाव ऐसे कुछ कारक थे, जिनसे इन्हें मदद मिली।
नुवामा के अनुसार, प्रमुख निवेश शैलियों का प्रदर्शन संपूर्ण व्यवसाय चक्र से भी जुड़ा हुआ है। मौजूदा अवधि मुख्य तौर पर गुणवत्ता थीम के अनुकूल है।