समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) की गणना के संबंध में दूरसंचार कंपनियों की सुधारात्मक याचिकाएं सर्वोच्च न्यायालय में खारिज हो जाने के बाद ब्रोकरेज फर्मों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। हालांकि न्यायालय का निर्णय भावनात्मक रूप से नकारात्मक है लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि स्पष्ट निर्णय से शेयर से जुड़ा गतिरोध समाप्त हो गया है और वोडाफोन आइडिया के लिए आगे की राह स्पष्ट हो गई है।
नोमुरा के उपाध्यक्ष (शोध विश्लेषक) हेमांग खन्ना ने कहा, ‘भारी कर्ज बोझ (लेकिन सरकार की मदद से प्रबंधन योग्य) के बावजूद वोडाफोन आइडिया तेजी से सुधार दर्ज करने और आगामी वर्षों में भारतीय दूरसंचार उद्योग के मजबूत भविष्य में भागीदार बनने में सक्षम होगी।’
गुरुवार को सर्वोच्च न्यायालय ने एजीआर के संबंध में 2019 के फैसले की समीक्षा के लिए दूरसंचार कंपनियों की याचिकाओं को खारिज कर दिया।
वोडाफोन आइडिया ने कहा कि उसका ‘स्व-मूल्यांकित’ बकाया एजीआर 21,533 करोड़ रुपये है जबकि दूरसंचार विभाग ने अनुमानित 58,300 करोड़ रुपये बताया था। कर्ज में डूबी इस कंपनी ने अब तक 7,900 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।
वित्त वर्ष 2025 की अप्रैल-जून तिमाही में, वोडाफोन आइडिया ने बकाया एजीआर के तौर पर 70,300 करोड़ रुपये और स्पेक्ट्रम भुगतान के लिए 139,200 करोड़ रुपये रखे हैं। तिमाही के अंत में उसका कुल बकाया 2.1 लाख करोड़ रुपये था।
सितंबर 2025 में केंद्र की मौजूदा मोहलत समाप्त होने के बाद वोडाफोन आइडिया को मार्च 2026 में 29,000 करोड़ रुपये और मार्च 2027 में 43,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा।
नोमुरा के अनुमान के अनुसार वोडाफोन आइडिया वित्त वर्ष 2026 में 22,400 करोड़ रुपये का एबिटा दर्ज कर सकती है जिसका इस्तेमाल थोड़ा सरकारी बकाया निपटाने में किया जा सकेगा। यदि कंपनी 12,000 करोड़ रुपये के बकाया को इक्विटी में तब्दील करती है तो वह अपने एबिटा के जरिये शेष 17,000 करोड़ रुपये चुकाने में सक्षम हो सकती है।
ब्रोकरेज ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2027 में वोडाफोन आइडिया के16,100 करोड़ रुपये एबिटा हासिल करने का अनुमान है। यदि कंपनी 17,000 करोड़ रुपये के बकाया को इक्विटी में तब्दील करती है और शेष 26,000 करोड़ रुपये अपने एबिटा के जरिये चुकाती है तभी वह सभी बकाया से मुक्त हो सकेगी।’ हालांकि विश्लेषकों का मानना है कि ज्यादा एबिटा के लिए कंपनी को ज्यादा दरें बढ़ाने की जरूरत होगी जिससे उसकी बाजार भागीदारी प्रभावित हो सकती है।
इन चिंताओं के बीच गुरुवार को वोडाफोन आइडिया का शेयर 19.7 प्रतिशत गिर गया था और शुक्रवार को दिन के कारोबार में इसमें 5.6 प्रतिशत की कमजोरी आई। हालांकि कारोबार के अंत में यह गिरावट से उबरने में कामयाब रहा।
वोडाफोन आइडिया के लिए विश्लेषकों का कीमत लक्ष्य 2.5 रुपये से लेकर 15 रुपये तक अलग अलग है। गोल्डमैन सैक्स ने बिकवाली रेटिंग के साथ इसे सबसे कम कीमत लक्ष्य दिया है और माना गया है कि एजीआर देनदारियों के संबंध में सरकार से समर्थन/राहत नहीं मिल सकती है।
इसके विपरीत नोमुरा ने 15 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ इस शेयर को ‘खरीदें’ रेटिंग दी है। यूबीएस ने भी इस शेयर पर अपनी ‘खरीदें’ रेटिंग बरकरार रखी है।
मैक्वेरी और सीएलएसए दोनों ने 10-10 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ इसे ‘अंडरपरफॉर्म’ रेटिंग दी है। नुवामा ने 11.5 रुपये के लक्ष्य के साथ ‘बनाए रखें’ और जेएम फाइनैंशियल ने 10 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ ‘बेचें’ रेटिंग दी है।