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Mahavir Jayanti 2023: कल है महावीर जयंती, जानें क्या होते हैं पंचशील सिद्धांत

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बीएस वेब टीम
Last Updated- April 03, 2023 | 11:05 AM IST

जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी की जयंती कल यानी 04 अप्रैल को है। हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को महावीर जयंती मनाई जाती है। भगवान महावीर स्वामी का जन्म करीब 599 ईसा पूर्व बिहार कुंडाग्राम में हुआ था। इनका बचपन का नाम वर्धमान था। ऐसा कहा जाता है कि महावीर स्वामी ने 30 वर्ष की आयु में राज महलों के सुख को त्याग कर सन्यास ले लिया था।

संयास लेते ही वह सत्य की खोज में जंगलों की ओर चले गए, जहां उन्होंने बारह वर्षों तक कठोर तपस्या की। कठोर तपस्या करने के बाद उन्हें ऋजुबालुका नदी के तट पर साल वृक्ष के नीचे कैवल्य ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।

समाज सुधार और लोगों के कल्याण के लिए महावीर स्वामी ने उपदेश भी दिए।

जानें क्या है महावीर जयंती का शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, 03 अप्रैल 2023 को चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत सुबह 06 बजकर 24 मिनट पर होगी। ये तिथि 04 अप्रैल 2023 को सुबह 08 बजकर 05 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। उदया तिथि 04 अप्रैल को प्राप्त हो रही है, इसलिए 04 अप्रैल को ही महावीर जयंती मनाई जाएगी। इस साल भगवान महावीर का 2621वां जन्मदिवस मनाया जाएगा।

क्या है महत्व?

भगवान महावीर जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर है। जैन धर्म के लोगों के लिए महावीर जयंती का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस दिन लोग प्रभात फेरी, अनुष्ठान और शोभायात्रा निकालते हैं।

महावीर स्वामी के पंचशील सिद्धांत

भगवान महावीर ने व्यक्ति को जीवन में पालन करने के लिए सिद्धांत बताएं हैं। इन्हें पंचशील सिद्धांत कहा जाता है। ये पांच सिद्धांत हैं- अहिंसा, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, सत्य और अपरिग्रह।

First Published : April 3, 2023 | 11:01 AM IST