भारतीय रेलवे ने अपने योजनागत पूंजीगत व्यय का 31 प्रतिशत लक्ष्य अप्रैल से अगस्त के बीच हासिल कर लिया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को सीआईआई के सम्मेलन में कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 1.61 लाख करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से पहले पांच महीने में करीब 50,000 करोड़ रुपये का काम हो चुका है।
लॉकडाउन के दौरान रेलवे ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम तेज कर दिया और करीब 200 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम पूरा कर लिया। कुल 1.61 लाख करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय में बजट आवंटन 70,000 करोड़ रुपये है। पिछले वित्त वर्ष के लिए पूंजीगत व्यय का लक्ष्य 1.56 लाख करोड़ रुपये था।
चालू साल में रेलवे की प्रमुख उपलब्धियों में मालगाडिय़ों का रफ्तार बढ़ाना शामिल है। मालगाड़ी की औसत रफ्तार अगस्त 2020 में 94 प्रतिशत बढ़कर 46.81 किलोमीटर प्रति घंटे हो गई है, जो पिछले साल समान महीने में 24.17 किलोमीटर प्रति घंटे थी। सुधार के संकेत के रूप में रेलवे से माल ढुलाई अगस्त महीने में 3.6 प्रतिशत बढ़कर 943.3 लाख टन हो गई, जो पिछले साल अगस्त मेंं 910.2 लाख टन थी। गोयल ने कहा कि माल लोडिंग में सितंबर महीने में अब तक 10 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा, ‘हमारा लक्ष्य है कि माल लोडिंग में 20 प्रतिशत बढ़ोतरी हो।’
मंत्री ने कहा कि सरकार का ध्यान परिचालन और लागत संबंधी कुशलता बढ़ाने पर भी है।