प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ‘यास’ से निपटने के लिए रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में राज्यों एवं केंद्र सरकार की एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की और समुद्री गतिविधियों में शामिल लोगों को समय से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में बताया कि मोदी ने अधिकारियों से राज्यों के साथ करीबी समन्वय स्थापित कर काम करने को कहा, ताकि अत्यधिक जोखिम वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के चक्रवाती तूफान ‘यास’ में बदलने की संभावना है और इसके 26 मई को पश्चिम बंगाल तथा ओडिशा तट पर पहुंचने एवं इस दौरान हवा की गति 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटा रहने, मूसलाधार बारिश होने और तटवर्ती जिलों में तूफान/आंधी आने का अनुमान है।
केंद्र ने राज्यों में राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के जवान पहले ही भेज दिए हैं और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने 5 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 46 टीम पहले से तैनात कर दी हैं जो नावों, पेड़ काटने वाले यंत्रों एवं दूरसंचार उपकरणों से लैस हैं। इसके अलावा, 13 दलों को रविवार को तैनाती के लिए विमान के जरिए पहुंचाया जा रहा है और 10 टीमों को तैयार रखा गया है।