देश के शीष शहरों में बड़े आपार्टमेंटों- 3बीएचके से ऊपर- की बिक्री में तेजी जारी है। कोविड वैश्विक महामारी के कारण लोग अपने घर से काम कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें अपने मकान के एक हिस्से को कार्यस्थल के रूप में उपयोग करना पड़ रहा है। इसलिए खरीदारी के लिए लोग कम से कम 3बीएचके मकानों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
रियल एस्टेट डेटा एनालिटिक्स फर्म प्रॉपइक्विटी के अनुसार, इस कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही के दौरान ऐसे अपार्टमेंट की बिक्री में 19 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। दिलचस्प है कि 2020 की चौथी तिमाही में इस प्रकार के अपार्टमेंट की बिक्री में महज 5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी।
चालू कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही के दौरान ऐसे अपार्टमेंट की बिक्री में सबसे अधिक 53 फीसदी की वृद्धि मुंबई महानगरीय क्षेत्र (एमएमआर) में देखी गई जबकि उसके बाद 43 फीसदी वृद्धि के साथ चेन्नई दूसरे पायदान पर और 34 फीसदी वृद्धि के साथ पुणे तीसरे पायदान पर रहा।
प्रॉपइक्विटी के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक समीर जसूजा ने कहा कि महाराष्ट्र ने इस साल 31 मार्च तक सपंत्ति के लेनदेन पर स्टांप शुल्क में कटौती की थी जिससे मुंबई महानगरीय क्षेत्र
और पुणे में बड़े आपार्टमेंट की बिक्री को बल मिला।
चालू कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही के दौरान केवल कोलकाता में बड़े आपार्टमेंट की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई। जसूजा ने कहा, ‘2021 की पहली तिमाही के दौरान सुधार के संकेत दिखने लगे थे और 2020 की पहली तिमाही के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन दिखा था। इस दौरान 3बीएचके अथवा इससे बड़े अपार्टमेंट की बिक्री बिक्री में लगभग 19 फीसदी की वृद्धि दर्ज वृद्धि दर्ज की गई जिसे मुख्य तौर पर घर से काम करने संबंधी नीतियों से बल मिला।’
हीरानंदानी कम्युनिटीज के प्रबंध निदेशक निरंजन हीरानंदानी ने कहा, ‘जाहिर तौर पर 2021 की पहली तिमाही के दौरान बाजार के खुलने और स्टांप शुल्क में कटौती के कारण अधिक बिक्री (कंपनी के लिए) हुई। कोविड के बाद लोग बेहतर गुणवत्ता वाले मकान तलाश रहे थे और घर से काम करने के कारण वह बड़े मकानों को प्राथमिकता दे रहे थे।’ उन्होंने कहा कि इस साल मार्च तिमाही के दौरान कंपनी के बड़े अपार्टमेंट की बिक्री में 30 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।
टाटा रियल्टी ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर के प्रबंध निदेशक संजय दत्त ने कहा कि पिछली तिमाही के दौरान कंपनी के बड़े फ्लैट की बिक्री में 20 फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा, ‘लोगों फिलहाल अपने घर से काम कर रहे हैं और इससे बड़े मकानों की मांग को रफ्तार मिली है।’
एनारॉक रिसर्च के आंकड़ों से पता चलता है कि अधिक कीमत वाले अपार्टमेंट की बिक्री में तेजी आई है। देश के सात शीर्ष शहरों में सभी श्रेणियों में 2021 की पहली तिमाही तिमाही में कुल लगभग 58,300 मकानों की बिक्री हुई। इसमें 1.5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले मकानों की हिस्सेदारी करीब 9 फीसदी रही। एक साल पहले यानी 2020 की पहली तिमाही में शीर्ष शहरों में कुल 45,200 मकानों की बिक्री हुई थी जिसमें लक्जरी मकानों की हिस्सेदारी महज 6 फीसदी थी।
साल 2020 के दौरान सात शीर्ष शहरों में कुल करीब 1.38 लाख मकानों की बिक्री हुई। इसमें 1.5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले लक्जरी मकानों की हिस्सेदारी करीब 6 फीसदी रही थी। इसके मुकाबले कोविड-पूर्व वर्ष 2019 में कुल बिक्री में लक्जरी मकानों की हिस्सेदारी करीब 7 फीसदी रही थी।