वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल इंडो-पैसिफिक इकनॉमिक फ्रेमवर्क (आईपीईएफ) की मंत्रिस्तरीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए 13-16 नवंबर तक अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को की यात्रा करेंगे। शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है।
उम्मीद की जा रही है कि गोयल टेस्ला के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर भारत के बाजार में कार विनिर्माता कंपनी के प्रवेश पर बात करेंगे। हालांकि इसके बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
यह भी उम्मीद की जा रही है कि वह वैश्विक रूप से जाने माने टेक्नोलॉजी, उद्ममशीलता और शैक्षिक क्षेत्र से जुडे लोंगों के साथ भी सिलिकान वैली में मुलाकात करेंगे, जिसमें भारत में निवेश करने को इच्छुक इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर, टेक्नोलॉजी और फिनटेक की अमेरिकी कंपनियों पर ध्यान होगा।
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गोयल प्रमुख कारोबारियो, प्रमुख शिक्षाविदों, अमेरिका के अधिकारियों, उद्योग के प्रमुखों के साथ मुलाकात करेंगे, जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक व वाणिज्यिक साझेदारी आगे और मजबूत हो सके। इसके साथ ही मंत्री एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे, जो 15 से 16 नवंबर को होनी है। भारत को इसमें अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
आईपीईएफ 14 देशों का एक समूह है, जिसे 23 मई को टोक्यो में अमेरिका और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अन्य भागीदार देशों द्वारा संयुक्त रूप से शुरू किया गया। ये देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में 40 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखते हैं और वैश्विक वस्तुओं व सेवाओं के व्यापार का 28 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं।
भारत और अमेरिका के अलावा इस समूह में ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, फिजी, इंडोनेशिया, जापान, कोरिया, मलेशिया, न्यूजीलैंड, फिलिपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं। मंत्री 13-14 नवंबर 2023 को तीसरी व्यक्तिगत आईपीईएफ मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेंगे, जिसमें वार्ता की प्रगति पर महत्त्वपूर्ण बदलाव नजर आने की संभावना है।
गोयल अमेरिकी वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो, अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई और अन्य आईपीईएफ भागीदार देशों के मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे। ये बैठकें व्यापार बाधाओं को दूर करने, निवेश को बढ़ावा देने और प्रौद्योगिकी व नवाचार जैसे क्षेत्रों में अधिक सहयोग को बढ़ावा देने पर केंद्रित होंगी।’