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‘चरमपंथी ताकतों को राजनीतिक पनाह’…कनाडा के मंदिर में हमले पर जयशंकर ने कहा

जयशंकर ने कैनबरा में कहा, ‘आपने पहले हमारे आधिकारिक प्रवक्ता का बयान देखा होगा और हमारे प्रधानमंत्री की चिंता की अभिव्यक्ति भी देखी होगी।’

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भाषा   
Last Updated- November 05, 2024 | 10:19 PM IST

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर पर हुए हमले की घटना पर मंगलवार को कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि इससे पता चलता है कि वहां ‘चरमपंथी ताकतों’ को किस तरह ‘राजनीतिक जगह’ दी जा रही है। उ

न्होंने कैनबरा में ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वोंग के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान रविवार को कनाडा में हुई घटना और भारत तथा कनाडा के बीच जारी राजनयिक विवाद से संबंधित सवालों के जवाब में यह बात कही।

कनाडा के ब्रैम्पटन में प्रदर्शनकारी खालिस्तानी झंडे लेकर रविवार को हिंदू सभा मंदिर में लोगों से भिड़ गए और मंदिर अधिकारियों तथा भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में व्यावधान पैदा कर दिया।

जयशंकर ने कैनबरा में कहा, ‘आपने पहले हमारे आधिकारिक प्रवक्ता का बयान देखा होगा और हमारे प्रधानमंत्री की चिंता की अभिव्यक्ति भी देखी होगी।’ विदेश मंत्री 3-7 नवंबर तक ऑस्ट्रेलिया की आधिकारिक यात्रा पर हैं।

जयशंकर ने कहा, ‘मुझे तीन बात कहने दें। एक, कनाडा ने विशेष विवरण दिए बिना आरोप लगाने का एक पैटर्न बना लिया है। दूसरा, जब हम कनाडा को देखते हैं, तो हमारे लिए, यह तथ्य कि हमारे राजनयिक निगरानी में हैं, कुछ ऐसा है जो अस्वीकार्य है।’

उन्होंने कहा, ‘तीसरी वो घटना है जिसके बारे में सज्जन (प्रश्ननकर्ता) ने बात की, वीडियो जरूर देखें। मुझे लगता है कि इससे पता चलेगा कि वहां चरमपंथी ताकतों को किस तरह राजनीतिक जगह दी जा रही है।’

यह घटनाक्रम तब हुआ है जब भारत-कनाडा संबंधों में खालिस्तानी अलगाववादियों को उत्तरी अमेरिकी देश के कथित समर्थन और भारत द्वारा आतंकवादी घोषित किए गए कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर के मारे जाने में भारत की संलिप्तता के आरोप को लेकर गहरा तनाव बना हुआ है।

भारत, ऑस्ट्रेलिया की सामरिक साझेदारी लगातार बढ़ रही: जयशंकर

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया के साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कैनबरा में 15वीं विदेश मंत्री रूपरेखा वार्ता (एफएमएफडी) के लिए ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वोंग से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने ‘अपने-अपने पड़ोसी देशों, हिंद-प्रशांत, पश्चिम एशिया, यूक्रेन और वैश्विक सामरिक परिदृश्य’ पर भी चर्चा की।

जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘आज कैनबरा में विदेश मंत्री सीनेटर वोंग के साथ 15वीं भारत-ऑस्ट्रेलिया विदेश मंत्रियों की रूपरेखा वार्ता (फॉरेन मिनिस्टर्स फ्रेमवर्ग डायलॉग) संपन्न हुई। हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी लगातार बढ़ रही है। यह मजबूत राजनीतिक संबंधों, मजबूत रक्षा और सुरक्षा सहयोग, विस्तारित व्यापार, अधिक गतिशीलता और गहन शैक्षिक संबंधों में परिलक्षित होता है।’

अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘अपने अपने संबंधित पड़ोसी देशों, हिंद-प्रशांत, पश्चिम एशिया, यूक्रेन और वैश्विक रणनीतिक परिदृश्य पर चर्चा हुई।’ वोंग ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया और भारत की साझेदारी हमारे साझा क्षेत्र की शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए महत्त्वपूर्ण है। आज, मैंने 15वीं ऑस्ट्रेलिया-भारत विदेश मंत्रियों की रूपरेखा वार्ता के लिए कैनबरा में अपने अच्छे मित्र डॉ. एस. जयशंकर का स्वागत किया।’

वोंग ने घोषणा की कि ऑस्ट्रेलिया अगले साल पहली बार भारत में ‘फर्स्ट नेशंस बिजनेस मिशन’ भेजेगा। यह मिशन भारत के साथ जुड़ने के इच्छुक ‘फर्स्ट नेशंस’ (जातीय मूल के लोगों) व्यवसायों के लिए नई वाणिज्यिक साझेदारियों का समर्थन करेगा और ‘फर्स्ट नेशन’ व्यवसायों को विदेशों में नए बाजारों में बढ़ावा देगा।

उन्होंने लिखा, ‘हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी, स्वच्छ ऊर्जा, कृषि, शिक्षा और कौशल तथा पर्यटन सहित महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं। आज, मैंने घोषणा की कि अल्बानिया सरकार ऑस्ट्रेलिया-भारत साइबर और महत्त्वपूर्ण प्रौद्योगिकी साझेदारी के तहत छह प्रभावशाली परियोजनाओं को वित्तपोषित कर रही है।’

First Published : November 5, 2024 | 10:19 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)