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लखनऊ में हवाई बसें, प्रयागराज में एक और ब्रिज, अमेरिका जैसी सड़कें; UP वालों को क्या क्या वादा कर गए गडकरी

लखनऊ में दो फ्लाईओवर का लोकार्पण करने पहुंचे नितिन गडकरी ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश में पांच लाख करोड़ रुपये की सड़कों का निर्माण पूरा करना चाहते हैं।

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- February 14, 2025 | 6:31 PM IST

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आउटर रिंग रोड पर हवाई जहाज जैसी सुविधाओं वाली फ्लैश बसें चलाई जाएंगी। प्रयागराज में यातायात की समस्या से निपटने के लिए यमुना नदी पर पहले से मौजूद शास्त्री ब्रिज के समानांतर एक और ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। लखनऊ-कानपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का काम अगले चार महीनों में पूरा कर लिया जाएगा। ये बातें केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लखनऊ में कही।

लखनऊ में दो फ्लाईओवर का लोकार्पण करने पहुंचे नितिन गडकरी ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश में पांच लाख करोड़ रुपये की सड़कों का निर्माण पूरा करना चाहते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहा कि प्रदेश में हवा में चलने वाली बस सेवा शुरू करें जिसके लिए पैसों की कोई कमी नहीं आएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हाल ही में नागपुर के लिए फ्लैश बस का टेंडर जारी हुआ है। इस बस में हवाई जहाज की तरह होस्टेस, एक्जीक्यूटिव चेयर और टीवी वगैरह की सुविधाएं हैं पर किराया डीजल बस की तुलना में 30 फीसदी कम है। उन्होंने वादा किया कि फ्लैश बस पूरे लखनऊ के रिंग रोड पर चलाई जाएंगी।

नितिन गडकरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत काम हुआ है। पहले जब यहां निवेश के लिए उद्योगपति आते थे तो बिजली, पानी, सड़क की सुविधाओं के बारे में पूछते थे। अगर सड़कें अच्छी नहीं होंगी तो निवेश नहीं होगा। अमेरिका व यूरोप के देशों में लॉजिस्टिक लागत 12 फीसदी है और चीन में 8 फीसदी है जबकि हमारे देश में यह 16 फीसदी है। उन्होंने कहा कि आने वाले दो सालों में भारत में लॉजिस्टिक की लागत को सिंगल डिजिट में  9 फीसदी तक लाएंगे। इसके बाद देश का निर्यात डेढ़ गुना बढ़ जाएगा। गडकरी ने कहा कि दो सालों में यूपी का राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क अमेरिका से भी बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि महाकुंभ की वजह से जीडीपी में 3 लाख करोड़ रुपये जुड़े हैं। अर्थव्यवस्था का ईंधन इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ा हुआ है।

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ तेजी से विकसित हो रहा है और अब यह जमीनों की कीमत के मामले में दुनिया के टॉप शहरों में गिना जाने लगा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि महाकुंभ के आयोजन पर महज 1500 करोड़ रुपये खर्च किए गए जबकि बाकी पैसा प्रयागराज में सुविधाओं के विकास पर खर्च किया गया। उन्होंने कहा कि आज महाकुंभ से तीन लाख करोड़ रुपये का व्यापार हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक 50 करोड़ लोग कुंभ में स्नान के लिए आ चुके हैं। गडकरी ने कहा कि लखनऊ को एआई सिटी के तौर पर विकसित किया जाएगा। यहां की कनेक्टिविटी को लगातार बेहतर किया जा रहा है।

First Published : February 14, 2025 | 6:25 PM IST