Rajkot Airport Accident: अभी भारत के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट पर हुए भीषण हादसे को एक दिन ही हुआ था कि गुजरात में राजकोट हवाई अड्डे के बाहर यात्रियों के पिकअप और ड्रॉप एरिया में शनिवार को मूसलाधार बारिश के बीच एक छतरी ढह गई।
बता दें कि कल यानी शुक्रवार को भारी बारिश के चलते नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (IGI) एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 पर छत गिरने से 6 लोग घायल हो गए थे और एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, किसी भी व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचा है। यह घटना ऐसे समय हुई है जब दक्षिण-पश्चिम मानसून गुजरात में आगे बढ़ा और पूरे राज्य में भारी बारिश होना शुरू हो गई। छतरी ढहने की वजह भारी बारिश और तेज हवाएं मानी जा रही है, हालांकि जांच अभी जारी है।
खराब मौसम की प्रतिक्रिया में, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की सात टीमों को कच्छ, राजकोट, देवभूमि द्वारका, गिर सोमनाथ, भावनगर, नर्मदा और वलसाड जिलों में तैनात किया गया है। वे आपातकालीन परिचालन (emergency operations) में सहायता करेंगी।
राजकोर्ट एयरपोर्ट पर हुई यह दुर्घटना दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई दुर्घटना के एक ही दिन बाद घटित हुई है। दिल्ली एयरपोर्ट पर छत गिरने से करीब 200 फ्लाइट्स को हवाई अड्डे के दो अन्य टर्मिनलों पर भेज दिया गया था। आज भी हवाईअड्डे पर आवाजाही रुकी हुई है और टर्मिनल-2 औऱ टर्मिनल-3 से ही सभी फ्लाइट्स उड़ान भर रही हैं।
दिल्ली एयरपोर्ट पर दुर्घटनास्थल का मुआयना करने के बाद केंद्रीय नागर विमानन मंत्री किंजारापु राममोहन नायडू ने मृत कैब ड्राइवर के परिवार को 20 लाख रुपये और घायलों को 3-3 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की थी।
यह घटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 10 मार्च को डुमना हवाई अड्डे के करीब 450 करोड़ के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करने के कुछ ही महीने बाद हुई है। प्रधानमंत्री ने इस साल 10 मार्च को दिल्ली हवाई अड्डे पर T1 (टर्मिनल-1) का विस्तार करने के साथ ही 15 हवाई अड्डा परियोजनाओं का उद्घाटन किया था।
नायडू ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने जिस इमारत का उद्घाटन किया था वह टी1 पर दूसरी ओर है। जिस हिस्से की छत ढही है वह 2009 में बनाया गया था। हम जरूरी जांच करेंगे.. यह सरकार टालमटोल वाला रवैया बिल्कुल बरदाश्त नहीं करेगी और खामी मिली तो कार्रवाई की जाएगी।’