मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग की चर्चित टैगलाइन को एक नया पहलू देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि जब निवेश जुटाने की बात आती है तो मध्य प्रदेश अजब, गजब और सजग हो जाता है और यह प्रदेश देश की विकास यात्रा में यह महत्त्वपूर्ण भूमिका भी निभाएगा।
सातवें मध्य प्रदेश वैश्विक निवेशक सम्मेलन (GIS) के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत पर अनेक वैश्विक संस्थाओं को यकीन है और इसलिए न केवल आने वाला दशक बल्कि आने वाली सदी भी भारत की ही है।
मोदी ने राज्य की वाणिज्यिक राजधानी में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में पहुंचे दिग्गज उद्योगपतियों से कहा, ‘आज भारत रिकॉर्ड विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) हासिल कर रहा है और यह सब लोकतंत्र, जनसांख्यिकी और स्थिर राजनीतिक माहौल के कारण ही संभव हो पाया है।’
उन्होंने कहा कि 2014 से चला आ रहा सुधार, परिवर्तन और प्रदर्शन का मार्ग तब भी नहीं रुका जब दुनिया घातक महामारी की चपेट में थी। प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से फार्मा और टेक्सटाइल के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजनाओं का लाभ उठाने के लिए कार्यक्रम में उपस्थित उद्योगपतियों का आह्वान किया, जो मध्य प्रदेश के लिए विशिष्ट मूल्य का है।
मोदी ने कहा कि मिशन ग्रीन हाइड्रोजन जिसे केंद्र ने कुछ सप्ताह पहले मंजूरी दी थी, उसका लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में लगभग 8 लाख करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित करना है। उन्होंने यह भी कहा कि नैशनल सिंगल विंडो सिस्टम (NSWS) ने पिछले कुछ महीनों में 50,000 से अधिक मंजूरी दी हैं। इनमें से मध्य प्रदेश के बाहर स्थित परियोजनाओं के लिए पर्याप्त मंजूरी दी गई है।
प्रधानमंत्री ने बैंकिंग क्षेत्र में पुनर्पूंजीकरण और शासन से संबंधित सुधारों का उदाहरण दिया, जिसमें आईबीसी की तरह एक आधुनिक संकल्प ढांचा तैयार करना, जीएसटी के रूप में एक देश एक कर जैसी प्रणाली बनाना, कॉरपोरेट कर को विश्वस्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना, सॉवरिन वेल्थ फंड को छूट देना और कर से पेंशन फंड और कई क्षेत्रों में स्वत: मार्ग के माध्यम से 100 फीसदी एफडीआई की अनुमति देना शामिल है।
उन्होंने आगे कहा कि दर्जनों श्रम कानूनों को चार संहिताओं में शामिल किया गया है जो अपने आप में एक बड़ा कदम है। देश में निवेश की संभावनाओं को जन्म देने वाले आधुनिक ढांचागत विकास पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि देश में परिचालित हवाई अड्डों की संख्या के साथ-साथ पिछले आठ वर्षों में राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण की गति दोगुनी हो गई है।
प्रधानमंत्री ने डिजिटल बुनियादी ढांचे पर कहा कि 5G, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और एआई (AI) की मदद से हर उद्योग और उपभोक्ता के लिए नए अवसर पैदा हो रहे हैं और यह केवल भारत में विकास की गति को गति देगा।
प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस बार GIS में दस भागीदार देश शामिल हुए हैं। इनमें गुयाना, सूरीनाम, जापान, कनाडा, नीदरलैंड, मॉरीशस, बांग्लादेश, जिम्बाब्वे, पनामा और फिजी शामिल हैं। आयोजन में 33 देशों के राजदूत और महावाणिज्य दूतावास और 84 देशों के व्यापारिक प्रतिनिधि भी आए हैं।
उन्होंने कहा कि एक समय था जब मध्य प्रदेश बीमारू राज्य था, लेकिन आज करंट प्राइस पर इसकी विकास दर 19.76 फीसदी है, जो देश में सबसे अधिक है।
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पहले भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में मध्य प्रदेश का योगदान 3.6 फीसदी था, जो अब बढ़कर 4.6 फीसदी हो गया है। एक समय हमारा कुल सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) एक लाख करोड़ रुपये था, लेकिन अब यह 12 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है। प्रति व्यक्ति आय जो कभी 13,000 रुपये थी, अब बढ़कर 1,37,000 रुपये हो गई है। चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश को 2026-27 तक 550 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमारे पास उद्योगों के लिए पर्याप्त जमीन है। 2 लाख एकड़ का लैंड बैंक है। निवेशक जहां चाहें हम उन्हें 24 घंटे में वहां जमीन दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में 25,800 मेगावॉट बिजली की स्थापित क्षमता है।’