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Delhi-PUC: हड़ताल खत्म, अब आसानी से बन सकेंगे PUC प्रमाणपत्र

बिना PUC प्रमाणपत्र चलने वाले वाले वाहनों से 10,000 रुपये का भारी जुर्माना वसूला जाता है। दिल्ली में 80 लाख से अधिक वाहन पंजीकृत हैं।

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रामवीर सिंह गुर्जर   
Last Updated- July 25, 2024 | 3:56 PM IST

Delhi-PUC center strike: ऐसे वाहन चालकों के लिए राहत की खबर है, जिनको बीते 10 दिनों से Pollution Under Control (PUC) प्रमाणपत्र बनवाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। पेट्रोल पंप पर PUC बनाने वालों ने अब हड़ताल खत्म करने का ऐलान कर दिया है। जिससे अब इन पंपों पर PUC प्रमाणपत्र बन सकेंगे।

PUC बनाने वालों ने कैसे खत्म की हड़ताल?

दिल्ली पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष निश्चल सिंघानिया ने बताया कि परिवहन विभाग के प्रधान सचिव के साथ बैठक हुई। जिसमें उन्होंने हमारी वास्तविक लागत के आधार पर आगे PUC दरों में संशोधन करने की मांग पर सहमति जताई। इस आश्वासन और जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए एसोसिएशन ने हड़ताल को तत्काल प्रभाव से खत्म करने का फैसला किया है।

दिल्ली सरकार ने भी हड़ताल को देखते हुए बुधवार को कहा था कि सरकार दिल्ली में PUC केंद्रों की संख्या बढ़ाएगी। परिवहन विभाग ने Delhi Metro Rail Corporation (DMRC) और Indraprastha Gas Limited (IGL) से अपनी साइटों पर नये PUC जांच केंद्र स्थापित करने का अनुरोध किया था।

आखिर क्यों हड़ताल पर थे PUC प्रमाणपत्र बनाने वाले?

PUC बनाने वाले सेंटर संचालक PUC शुल्क उनकी मांग के अनुरूप न बढ़ाने के कारण इन सेंटर को 15 जुलाई से बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे। एसोसिएशन के अध्यक्ष निश्चल सिंघानिया ने बताया कि 2011 के बाद से PUC शुल्क में बदलाव नहीं हुआ है। वर्षों की मांग के बाद सरकार ने अब इसमें बदलाव किया है। लेकिन 13 साल बाद भी यह शुल्क 35 फीसदी ही बढ़ाया, जबकि दिल्ली सरकार ने महंगाई के हिसाब से 75 फीसदी वृद्धि का वादा किया था। हम लोगों की मांग 2.5 से 3 गुना बढ़ाने की थी। दिल्ली के सभी 400 पेट्रोल पंप पर 644 PUC सेंटर बीते 10 दिन से बंद थे। हालांकि अन्य जांच केंद्र चालू थे।

दिल्ली में कितना बढ़ा PUC शुल्क और कितनी थी मांग?

दिल्ली सरकार ने PUC सेंटर संचालकों की मांग पर इसी महीने PUC शुल्क में वृद्धि की है। दो/तीन पहिया वाहनों के लिए PUC शुल्क को 60 रुपये से बढ़ाकर 80 रुपये किया गया है। 4 पहिया पेट्रोल/सीएनजी वाहनों के लिए इसे 80 रुपये से बढ़ाकर 110 रुपये, जबकि डीजल वाहनों से पहले लिए जाने वाला 100 रुपये PUC शुल्क अब बढ़कर 140 रुपये हो गया है। PUC सेंटर संचालकों ने दो/तीन पहिया वाहन के लिए 150 रुपये, 4 पहिया पेट्रोल/सीएनजी वाहन के लिए 200 रुपये और डीजल वाहन के लिए 300 रुपये PUC शुल्क करने की मांग की थी।

सिंघानिया ने कहा कि सरकार ने पिछले महीने हड़ताल के ऐलान के समय PUC शुल्क दो/तीन पहिया वाहन के लिए बढ़ाकर 105 रुपये, 4 पहिया पेट्रोल/सीएनजी वाहन के लिए 140 रुपये और डीजल वाहन के लिए 175 रुपये रुपये का वादा किया था। लेकिन सरकार ने यह वादा पूरा नहीं किया।

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दिल्ली में रोजाना कितने बनते हैं PUC प्रमाणपत्र?

दिल्ली में रोजाना हजारों की संख्या में PUC प्रमाणपत्र बनते हैं। बिना PUC वाहन चलाने पर सख्ती के बाद इनकी संख्या तेजी से बढ़ रही है। सिंघानिया ने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक दिल्ली में पेट्रोल पंप पर रोजाना 10 से 12 हजार PUC प्रमाणपत्र बनते हैं। दिल्ली के 400 पेट्रोल पंपों पर 644 PUC सेंटर हैं। इन सेंटर के अलावा भी करीब 250 PUC सेंटर हैं, जो पेट्रोल पंप पर PUC जांच केंद्र बंद होने के दौरान भी चल रहे थे।

बिना PUC वाहन चलाने पर कितना लगता है जुर्माना?

दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते प्रभाव के कारण प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर सख्ती हो रही है। इसी के तहत बिना PUC प्रमाणपत्र चलने वाले वाले वाहनों से 10,000 रुपये का भारी जुर्माना वसूला जाता है। दिल्ली में 80 लाख से अधिक वाहन पंजीकृत हैं। इसके अलावा हजारों की संख्या में दूसरे राज्यों से भी वाहन दिल्ली आते हैं।

First Published : July 25, 2024 | 3:46 PM IST