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G-20 उड़ानों के लिए इंतजाम शुरू

विमानन कंपनियों ने रद्द कीं 160 उड़ानें, G-20 सम्मेलन के लिए आने वाली उड़ानों को दी जाएगी प्राथिमकता

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दीपक पटेल   
Last Updated- August 28, 2023 | 10:49 PM IST

अगले महीने प्रस्तावित जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान महत्त्वपूर्ण (वीआईपी) एवं अति महत्त्वपूर्ण (वीवीआईपी) उड़ानों की बढ़ती आवाजाही से दिल्ली हवाईअड्डे पर गहमागहमी बढ़ गई है। मगर इससे देसी विमानन कंपनियों को थोड़ी असुविधा भी पेश आ रही है।

विमानन कंपनियों ने 9 और 10 सितंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर हवाई यातायात और सड़क यातायात प्रतिबंधों के कारण करीब 160 उड़ानें रद्द कर दी हैं और इसकी जानकारी दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को दे दी है।

नागर विमानन मंत्रालय ने पिछले सप्ताह विमानन कंपनियों को जी-20 उड़ानों का आवागमन निर्बाध बनाने के लिए दिल्ली हवाईअड्डे पर 8 से 10 सितंबर के बीच उड़ानों की संख्या कम करने का निर्देश दिया था। इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने पिछले सप्ताह कहा था कि जी-20 शिखर सम्मेलन को देखते हुए 8 से 10 सितंबर तक दिल्ली हवाईअड्डे तक जाने वाली सड़कों पर यातायात प्रभावित रहेगा। पुलिस ने आम लोगों को दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन का उपयोग करने का सुझाव दिया है।

एविएशन एनालिटिक्स फर्म सिरियम के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर फिलहाल 8 से 10 सितंबर के बीच 3,497 उड़ानें संचालित होने का अनुमान है।

इस बीच, केंद्र सरकार ने हिंडन हवाईअड्डा प्रबंधन को भी तैयार रहने के लिए कहा है। सरकार ने कहा है कि दिल्ली में पार्किंग की कमी के कारण किसी भी वीआईपी उड़ान को हिंडन पर उतारा जा सकता है। हिंडन हवाईअड्डे से इस साल जनवरी से किसी भी वाणिज्यिक उड़ान का परिचालन नहीं हुआ है।

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हिंडन हवाईअड्डा शहर के उत्तर-पूर्व क्षेत्र में है और यह दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से लगभग 35 किलोमीटर दूर है। अधिकारियों ने कहा कि हिंडन हवाईअड्डे से जी-20 शिखर सम्मेलन का कार्यक्रम स्थल प्रगति मैदान तक सड़क का बुनियादी ढांचा वीआईपी और वीवीआईपी के आगमन के लिए उपयुक्त नहीं है। इसे देखते हुए इस सड़क की मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।

अधिकारी ने कहा, ‘ हिंडन हवाईअड्डे से मध्य दिल्ली तक की सड़क का इस समय सौंदर्यीकरण हो रहा है। फूलों के गमले और कटआउट लगाए जा रहे हैं। अगले एक-दो दिनों में ये काम पूरे हो जाएंगे।’ हिंडन हवाईअड्डे का संचालन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) द्वारा किया जा रहा है।

इस बीच, जीएमआर समूह द्वारा संचालित दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लिमिटेड (डायल) ने सोमवार को कहा कि उसने वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम तैयार की है। यह टीम आने वाले मेहमानों के लिए बेहतरीन अनुभव देने के लिए जी-20 के प्रतिनिधियों के आने और जाने पर नजर रखेगी।

उसने कहा, ‘डायल पहले से ही अतिथि सुविधा के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय और दिल्ली सरकार जैसे विभिन्न सरकारी विभागों के साथ काम कर रहा है।’

डायल ने कहा कि हवाईअड्डे के टर्मिनल 3 पर अब जगह-जगह जी-20 शिखर सम्मेलन के लोगो लगाए गए हैं। इसने यात्रियों को जी-20 शिखर सम्मेलन के बारे में जानकारी देने वाले स्टैंड और कटआउट भी लगाए हैं। डायल ने कहा कि उसने टर्मिनलों के आस-पास के वातावरण को बेहतर बनाने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं। डायल ने कहा, ‘ टर्मिनल के पास की सड़कों के किनारे फव्वारे लगाए हैं। साथ ही मूर्तिकला और सजावटी फूलों के गमले भी लगाए गए हैं।’
डायल ने कहा कि हवाईअड्डे तक आने वाली सड़कें अब सुंदर ढंग से डिजाइन किए गए फव्वारों से सुसज्जित हैं, जिनसे नजारा काफी आकर्षक लग रहा है।

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इस बीच, विमानन कंपनियों के प्रतिनिधियों ने शिकायत है कि जी-20 शिखर सम्मेलन के कारण उड़ानें रद्द होने या इनके पुनर्निर्धारण के बारे में उन्हें पहले ही सूचित किया जाना चाहिए था। एक प्रमुख विमानन कंपनी के मार्ग नियोजन (नेटवर्क प्लानिंग) अधिकारी ने कहा है, ‘आखिरी वक्त में इस तरह के निर्देश विमानन कंपनियों के साथ-साथ यात्रियों के लिए भी भारी परेशानी पैदा करते हैं।

सभी को इल्म था कि जी-20 शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को आयोजित होगा। यह निर्देश जुलाई में ही जारी किया जा सकता था।’ एक अन्य विमानन कंपनी के अधिकारी ने कहा कि दिल्ली हवाईअड्डे पर अभी केवल 160 उड़ानें रद्द की गई हैं, मगर यह संख्या बढ़ सकती है।

सिरियम के अनुसार, दिल्ली हवाईअड्डा पिछले साल सितंबर की तुलना में इस साल सितंबर में 5.7 फीसदी अधिक यात्री उड़ानें संचालित करने वाला है।

डायल ने कहा कि वह पर्याप्त पार्किंग स्थान के साथ पूरी तरह तैयार है। प्रवक्ता ने कहा, ‘ उड़ानें रद्द होने की खबरों का विमान के खड़े होने की जगह से कोई लेना-देना नहीं है। हमने पहले ही पार्किंग के लिए जरूरी जगह उपलब्ध करा दी है। हम सभी यात्रियों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि दिल्ली हवाईअड्डे के पास विमानों के खड़े होने के लिए पर्याप्त जगह है।’

हालांकि, विमानन कंपनियों के अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली हवाईअड्डे पर पार्किंग से जुड़े मुद्दे हैं। विमानन कंपनी के अधिकारी ने कहा, ‘ दिल्ली हवाईअड्डे पर अभी करीब 70 विमान खड़े हैं। फिर, जी-20 देशों के नेताओं और प्रतिनिधियों को लाने वाले विमानों के लिए अतिरिक्त जगह की जरूरत पड़ेगी। इस पर गौर करने के बाद ही सरकार ने विमानन कंपनियों से उड़ानों की संख्या कम करने का निर्देश दिया है। ‘

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इस साल भारत की अध्यक्षता में जी-20 शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को होगा। इसमें राष्ट्राध्यक्षों, अतिथियों और विभिन्न अधिकारियों के बीच कई दौर की बैठकें होंगी।

शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग और जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज सहित 30 से अधिक देशों के राष्ट्राध्यक्ष भाग लेंगे।

इस वर्ष जी-20 शिखर सम्मेलन का थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ है, जिसका तात्पर्य ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ यानी ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ है।

जी20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।

First Published : August 28, 2023 | 10:49 PM IST