इस साल सितंबर 2008 में स्मार्ट पार्टफोलियो की शुरुआत केबाद से बाजार में जबरदस्त गिरावट का दौर रहा है और बीएसई 200 में 33 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी है।
हालांकि इस भारी गिरावट के बावजूद कोटक सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष सदानंद शेट्टी के पोर्टफोलियो में 6.4 फीसदी की मामूली कमी आई है।
रेक्स केनो के साथ बातचीत में सदानंद शेट्टी ने अपनी मौजूदा निवेश रणनीति, वैश्विक वित्तीय संकट के असर और निवेशकों को सलाह के बारे में बातचीत की। पेश है बातचीत के प्रमुख अंश:
वैश्विक वित्तीय संकट को दखते हुए आपने अपनी रणनीति में कोई बदलाव किया है?
बिल्कुल, वैश्विक आर्थिक संकट और बाजार में चल रही अनिश्चितता को देखते हुए हमने अपनी रणनीति में फेरबदल किया है।
इस बदली हुई रणनीति केतहत हमने अपना ध्यान मझौले आकार की कंपनियों की बजाय बडी क़ंपनियों में निवेश की तरफ लगाया है। इसकेअलावा हमने अपनी परिसंपत्ति का कुछ हिस्सा बीटा डिफेंसिव सेक्टर यानी उथल-पुथल में कम गिरने वाले शेयरों में आबंटित किया है।
एक महत्वपूर्ण बात यह द्यान में रखनी होगाी कि बाजार में कारोबारी माहौल बेहतर होने की पूरी संभावना है। पर इसके लिए इंतजार है, ऐसी खबर का जिसे बाजार पकड़ ले और चढ़ने लगे।
आगे आपकी क्या रणनीति होगी?
हम बेंचमार्क के मुकाबले अपने प्रदर्शन में सुधार करेंगे। हमारी रणनीति में बदलाव का असर आर्थिक और औद्योगिक मूलभूत ढंचे में देखने को मिलेगा। बाजार में गिरावट को देखते हुए जोखिम से बचने केलिए हम ज्यादा से ज्यादा नकदी अपने पास रखेंगे।
बड़ी कंपनियों में हम अपना निवेश बढ़ाएंगे और यह हमारी नई रणनीति का हिस्सा होगा। हालांकि बेहतर प्रदर्शन करनेवाली छोटी और मझौली कंपनियों में भी हम निवेश करना जारी रखेंगे।
बाजार और वैश्विक परिस्थितियों?में हो रहे परिवर्तनों को दखते हुए हम अपने पोर्टफोलियो के शेयरों में भी बदलाव किए जाएंगे।
किन शेयरों के कारोबार से आपको लाभ पहुंचा है और किनसे नहीं?
सामान्य तौर पर बडी क़ंपनियों जैसे एचडीएफसी, बीएचईएल और आईसीआईसीआई बैंक और भारती के शेयरों का प्रदर्शन हमारे लिहाज से बेहतर रहा है। इसके अलावा फार्मा कंपनियों मसलन, सन और ल्यूपिन केशेयरों ने अपेक्षाकृत ठीक प्रदर्शन किया है।
छोटे और मध्यम आकार की कंपनियों जैसे एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक, सिंटेक्स, यूनाइटेड फास्फोरस और बार्टोनिक्स में हुए अपने घाटे की भरपाई हम बड़ीे कंपनियों में निवेश करके पूरा कर रहे हैं।
नकदी को लेकर आपकी क्या रणनीति होगी?
अगले कुछ महीनों तक बाजार में अनिश्चितता की स्थिति और आर्थिक मंदीं एक बड़े पोर्टफोलियो के निर्माण का अवसर प्रदान करेगी।
हम अपने समय और कीमतों का बेहतर प्रबंधन कर अपने पोर्टफोलियो में ज्यादा नकदी रखेंगे और खरीद के लिए हम अपनी नकदी का इस्तेमाल सोच-समझ कर करेंगे।
आनेवाले समय में आपके मुताबिक किन क्षेत्रों का प्रदर्शन बढ़िया रहेगा और क्यों?
जब विकास दर 9 फीसदी से घटकर 6 फीसदी के स्तर पर आती है तो इसका अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों पर व्यापक असर पडता है। हमें फार्मास्यूटिकल, एफएमसीजी, दूरसंचार, बैंकिंग और कुछ चुनिंदा मध्यम आकार की कंपनियों से अपेक्षाकृत आउटपरफॉमर्स की आशा है।
हम घरेलू खपत, विनिर्माण आदि में दीर्घ अवधि की संभावनाओं को देखते हुए निवेश जारी रखेंगे। लोग रोजमर्रा की चीजों का इस्तेमाल करते रहेंगे।
निवेशकों के लिए आपकी क्या सलाह है?
कारोबार की दृष्टि से मंद पड़े इस बाजार में निवेश करने से पहले निवेशकों को उपलब्ध समय को लेकर व्यावहारिक रवैया अपनाना चाहिए। अगले कुछ महीनों में निवेशकों को बहुत सारे बेहतर अवसर मिलने की उम्मीद है।