वित्त-बीमा

लंबे समय वाली परियोजनाओं को ऋण बाजार से मिले धन

संजीव बजाज ने बीमा और पेंशन फंड्स से दीर्घकालिक परियोजनाओं के लिए पूंजी जुटाने की वकालत की, भारत में वित्तीय सेवाओं के विस्तार पर दिया जोर

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सुब्रत पांडा   
Last Updated- September 02, 2024 | 10:34 PM IST

बजाज फिनसर्व के एमडी संजीव बजाज ने सोमवार को कहा कि बैंक दीर्घकालिक परियोजनाओं को धन मुहैया कराने के लिए अनुपयुक्त हैं। दीर्घकालिक परियोजनाओं के लिए कोष आदर्श रूप से बीमा व पेंशन के धन के रूप में ऋण बाजार से आना चाहिए।

बजाज ने इस पर भी जोर दिया कि देश में बीमा और पेंशन कारोबार बेहद छोटा है। दीर्घावधि में निवेश पर अंकुश के साथ इनके हाथ बांध दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत में काफी बड़ा शेयर बाजार है लेकिन इसके पूंजी बाजार का समुचित ढंग से विस्तार नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, ‘हमारे बॉन्ड मार्केट को लंबा रास्ता तय करना है।

हम उनकी मदद नए उत्पादों, बाजार में अतिरिक्त भागीदार लाने के जरिये कर सकते हैं।’ बजाज ने जोर दिया कि भारत को वित्तीय सेवाओं का अधिक विस्तार करने की जरूरत है चाहे वह बैंकिंग उत्पाद, बीमा उत्पाद, म्युचुअल फंड, पेंशन उत्पाद हों या कुछ और।

उन्होंने कहा, ‘हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि ये पूरे देश में उपलब्ध हों।’ उन्होंने कहा कि नीतियों को अधिक असरदार बनाने के लिए विभिन्न नियामकों में बेहतर सौहार्द कायम की जरूरत है ताकि ऐसी मजबूत नीतियां सुनिश्चित हो सकें जिनसे नवाचार करना संभव हो।

First Published : September 2, 2024 | 10:33 PM IST