सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी ने अहमदाबाद और बंगलुरू बम धमाकों के पीड़ितों के द्वारा की जाने वाली दावों की प्रक्रिया को नरम करने का फैसला किया है।
इसके अलावा निगम ने अपने सारी शाखाओं को यह निर्देश दिया है कि पीड़ितों के दावों का निपटारा दो से तीन घंटे के भीतर किया जाए। रिपोर्टों के मुताबिक 26 जुलाई को अहमदाबाद में एक के बाद एक हुए धमाकों के कारण मरने वालों की संख्या 45 पार कर चुकी है जबकि घायलों की संख्या 90 को पार कर चुकी है।
बंगलुरू में हुए बम धमाकों के अगले दिन ही अहमदाबाद में हुए एक के बाद एक सोलह बम धमाकों ने शहर को हिला कर रख दिया था। इस बारे में अहमदाबाद एलआईसी के प्रबंधक एम ए त्रिवेदी ने कहा कि किसी प्रकार की कोई दावों की कोई जरूरत नही है। डबल एक्सीडेंट मुनाफा और अक्षमता संबंधी दावों का भी भुगतान किया जाएगा। जहां तक मौत के प्रमाण पत्र की बात है तो सरकारी महानगर पालिकाओं के द्वारा दिए जाने वाले सबूत के आधार पर दावों का निपटारा किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 45 पीड़ितों में अब तक कुल पांच पीड़ितों ने निगम से 25 लाख रुपये के दावों के लिए संपर्क किया है। इसके अलावा निगम कर्मियों ने भी अस्पतालों से मृत एवं घायल पीड़ितों के बारे में संपर्क कार्य करना शुरू कर दिया है। अगर पीड़ित एलआईसी धारक है तो फिर सारी प्रक्रिया को वहीं पीड़ित के घर पर ही पूरा किया जाएगा और तुरंत ही उनके दावों से जुड़ी रकम का भुगतान किया जाएगा। मालूम हो कि मुंबई बम धमाकों के महज 11 दिनों के भीतर ही निगम ने 100 करोड़ रुपयों से ज्यादा के दावों का निपटारा किया था।
उस बम धमाके में कुल 305 मौत से संबंधित दावों और जबकि कुल 140 घायल पीड़ितों के दावों के निपटारे किए गए थे। इस प्रकार कुल 5,05,25,633 रुपयों के दावों का निपटारा किया गया और कुल 245 दुर्घटनाग्रस्त पीड़ितों के 2,41,91,069 रुपयों के दावे निपटाए गए थे। भारत की सबसे बड़ी निजी बीमा कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने अहमदाबाद और बंगलुरू पीड़ितों की सहायता करने के लिए अपनी टीम बनाई है।