बीएस की क्लास

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 06, 2022 | 12:02 AM IST

1- हर्षद मेहता उर्फ एचएम को 1992 में बाजार में तेजी और उसके बाद भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के पर्यायवाची के रूप में जाना जाता है।


उस पर आरोप था कि उसने सिस्टम के साथ साठ-गांठ की।?अपने कामों में पैसे के लिए उसने मुख्य रूप में …… उपकरण का इस्तेमाल किया।


क- बैंकर्स रिसीट
ख- डीमैट खाते
ग- रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट मकैनिस्म
घ- जाली शेयर प्रमाण पत्र


2- निक लीसन ने ब्रिटेन के कमोजरी स्थिति वाली बेरिंग्स  को खरीदा। लेकिन जोसेफ जेट कौनथा और वह किस वजह से कुख्यात था।


क- अमेरिकी शेयरों के कारोबार में जालसाजी के लिए
ख- अमेरिकी कॉर्पोरेट बॉन्ड्स के कारोबार में जालसाजी के लिए
ग- बाजार में उभरते हुए शेयरों के कारोबार में जालसाजी के लिए
घ- अमेरिकी सरकार के बॉन्डों के कारोबार में जालसाजी के  लिए


3- केतन पारेख पर हाल ही में 1999-200 में शेयर बाजार में तेजी और उसके बाद गिरावट में उसकी भूमिका पर दोषारोपण किया गया है। ………….. उसकी कहानी का एक हिस्सा है।


क- बेनामी डीमैट खाते इस्तेमाल करना
ख- उसके द्वारा जारी पे ऑडर्स का अस्वीकृत होना
ग- कई गैर-तकनीकी शेयरों में तेजी
घ- उस समय की केन्द्रिय सरकार का गिरना


4- हंट ब्रदर्र्स (टैक्सास-अमेरिका) 1973 में ………. बाजार के एकाधिकारात्मक क्रय में भूमिका के लिए कुख्यात हैं


क- सोना
ख- हीरा
ग- चांदी
घ- प्लैटिनम


1- क- हर्षद मेहता ने जाली बैंकर्स रिसीटों को जारी कर भारतीय बैंैकिंग प्रणालियों के साथ साठ-गांठ की और बैंकिंग प्रणालियों के पैसे को अपने चुने हुए शेयरों के समूह में अपनी मजबूत स्थिति बनाने के कामों में लगा लिया। इस कांड के खुलासे के बाद बैंकों औैर वित्तीय संस्थानों ने उसे पैसा वापस करने के लिए तलब किया।


2- घ- जोसेफ जेट किडर, पीबॉडी ऐंड कंपनी में, सरकारी बॉन्ड का एक कारोबारी था, जो अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड स्ट्रिप्स में बड़ी कारोबारी जालसाजी के लिए जिम्मेदार था। जेट ने कंपनी की लेखा प्रणाली में मौजूद आंतरिक खामिशें का बखूबी फायदा उठायाऔर कुछ लेन-देन का अधिक मूल्यांकन भी किया। 1990-1994 के दौरानइस तरह के लेन-देन में अधिक कारोबार करने से, जेट ने कारोबारी मुनाफे के नाम पर करोड़ों कमा लिए, जो कि साफ-साफ लेखा अशुध्दियां थीं।


3- ख- ये पे ऑर्डर (उन्हें वापस लेने के लिए बिना पर्याप्त राशि के) केतन पारेख के द्वारा माधवपुरा मकर्ेंटाइल को-ओपरेटिव बैंक के नाम जारी किये गए, जिनमें एमएमसीबी के चेयरमैन रमेश पारेख की मिली भगत शामिल थी।


4- ग- 1970 के शुरुआत से ही हंट ब्रदर्स (नीलसन और विलियम हर्बर्ट) ने अधिक मात्रा में चांदी इकट्ठा करना शुरू कर दिया। 1979 में उन्होंने वैश्विक बाजार की लगभग चांदी इकट्ठी कर ली। वायदा करारों में चांदी की कीमतों और 1979 के दौरान चांदी बुलियन में चालाकी से काम करने की कोशिशों से सितंबर 1979 में चांदी की कीमतें 11 डॉलर प्रति औंस के मुकाबले जनवरी 1980 में 50 डॉलर प्रति औंस तक बढ़ गईं।?आखिरकार दो महीने बाद चांदी की कीमतें 11 डॉलर प्रति औंस के आंकड़े पर आकर गिर गईं।


क्विज मास्टर प्रमाणित वित्त योजनाकार हैं।

First Published : April 28, 2008 | 2:33 PM IST