अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से ठीक पहले वहां के सरकारी बॉन्डों की यील्ड बढ़ने से भारत में भी सरकारी बॉन्ड की यील्ड चढ़कर पिछले एक महीने के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई। डीलरों ने बताया कि मंगलवार को राज्य सरकारों के बॉन्ड भारी मात्रा में आने वाले हैं जिसकी वजह से कारोबारियों ने आज बॉन्ड बेच दिए। इसकी वजह से भी यील्ड चढ़ी।
सोमवार को 10 वर्षीय सरकारी बॉन्ड 3 आधार अंक बढ़कर 7.09 प्रतिशत पर पहुंच गया और यह 16 फरवरी के बाद सबसे ऊंचा स्तर है। इससे पहले उच्च स्तर 7.06 प्रतिशत था। दरअसल, 17 राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों का ध्येय मंगलवार को 50,206 करोड़ रुपये की उधारी सरकारी प्रतिभूतियों की नीलामी से जुटाना है। यह एकल नीलामी में राज्य बॉन्ड से जुटाई गई सर्वाधिक उधारी होगी।
यह इस तिमाही में दूसरी अंतिम नीलामी होगी। कैलैंडर राशि 27,810 करोड़ रुपये से कहीं अधिक अधिसूचित राशि थी। सरकारी बैंक के डीलर ने बताया, ‘कल (मंगलवार) को एसडीएल (राज्य विकास ऋणों) की अधिक आपूर्ति होने के कारण मार्केट में बिकवाली हुई।’ हालांकि उन्होंने कहा कि फेडरल ओपन मार्केट कमेटी की बैठक से पहले भी सावधानी बरती गई है।
इससे पहले 24 मार्च, 2023 को एकल नीलामी में के जरिये सर्वाधिक उधारी की राशि जुटाई गई थी और 35,821 करोड़ रुपये की उधारी ली गई थी। निजी बैंक के डीलर ने कहा, ‘दरअसल करीब 7.08 प्रतिशत पर तकनीकी प्रतिरोध (बैंचमार्क बॉन्ड पर यील्ड) था लेकिन अब यह स्तर टूट गया है। लिहाजा यील्ड चढ़कर 7.11 प्रतिशत- 7.12 प्रतिशत हो सकती है।’