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मॉर्गन स्टेनली के फूले हाथ-पैर, दौड़-धूप शुरू

Last Updated- December 07, 2022 | 9:43 PM IST

वैश्विक क्रेडिट और शेयर बाजरों में अनिश्चितता और डर केमाहौल के बीच मॉर्गन स्टेनली भी उन कंपनियों में शामिल हो गई है जो अपने आप को बेचना चाहती हैं।

मॉर्गन स्टेनली इससे पहले अमेरिका के दिग्गज क्षेत्रीय बैंक वाचोविया से इस सिलसिले में बाचचीत कर रही थी जबकि यह भी खबर यह भी है कि एचएसबीसी होल्डिंग्स और चीन का सिटिक समूह भी इस कंपनी पर अपनी नजर लगाए है।

इस बीच मॉर्गन स्टेनली के संभावित खरीददारों में से एक गवर्मेंट ऑफ सिंगापुर इन्वेस्टमेंट कॉर्प ने कहा कि वह सभी पहलुओं पर विचार कर  रही है जिसमें कि स्टेनली में कुछ हिस्सेदारी खरीदने की बात भी शामिल है।

हालांकि जब इस बारे में मॉर्गन स्टेनली के प्रवक्ता ने इस बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया। एचएसबीसी जोकि इस सप्प्ताह मार्केट वैल्युएशन केहिसाब से सबसे बड़े बैंक केरूप में उभरा है, इसकी प्रवक्ता ने भी इस सिलसिले में कुछ कहने से मना कर दिया।

इसी तरह चीनी समूह सिटिक के  सेक्योरिटीज शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उनकी फ र्म मॉर्गन स्टेनली में निवेश को लेकर किसी तरह की बातचीत में संलग्न नहीं है जबकि सिटिक समूह के अधिकारी टिप्पणी केलिए उपलब्ध नहीं हो सके।

उल्लेखनीय है कि इस समय जबकि पूरा विश्व जटिल आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है, खरीददार अमेरिका की दूसरी सबसे बड़े निवेश बैंक मॉर्गन स्टेनली और कमजोर पड़े सबसे बड़े अमेरिकी सेविंग बैंक वाशिंगटन म्युचुअल को खरीदने की तरफ आकर्षित हुए हैं।

अमेरिकी बाजार में आए इस भूचाल से एशिया और जापान के एमएससीआई इंडेक्स में 3.75 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

यूरोप में वित्तीय शेयरों ने स्विट्जरलैंड के  सबसे बड़े बैंक यूबीएस और क्रेडिट सुइस केक्रमश: 7 प्रतिशत और 4 प्रतिशत नीचे गिरने केसाथ ही गिरावट के साथ खुलने के संकेत दे दिए जबकि रूस केशेयर बाजार दूसरे दिन भी बिना किसी अगली सूचना के बंद रहे।

एआईजी को फेडेरल रिजर्व की मदद मिलने के बाद भी बाजार में विश्वास की कमी के बारे में फ्रांस की निवेश बैंक केयलोन ने कहा कि बाजार में आए इस अनियंत्रित घटनाक्रम को कैसे रोका जा सकता है।

मॉर्गन स्टेनली के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉन मैक ने कंपनी के शेयरों में गिरावट केलिए शॉर्ट सेलर्स और उन निवेशकों को जिम्मेदार ठहराया जो गिरते कारोबारी माहौल में बोली लगाते हैं।

उन्होंने कहा कि बाजार में पूरी तरह से डर और हताशा का माहौल है और शॉर्ट सेलर्स के कारण शेयरों की कीमतें नीचे जा रही हैं।इस बीच सभी वित्तीय सेवा क्षेत्र के दिग्गजों के शेयरों में ताबड़तोड़ गिरावट देखी जा रही है।

मॉर्गन के शेयरों में जहां 43 फीसदी की गिरावट रही वहीं गोल्डमैन सैक्स के शेयर 27 फीसदी गिरे। मैक्वारी के शेयरों में 21 फीसदी की गिरावट रही।

First Published - September 18, 2008 | 9:36 PM IST

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