हाउसिंग डेवलवमेंट फाइनैंस कॉर्पोरेशन (HDFC) की 523 शाखाओं में एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) की शाखाओं की तरह जमा और नकदी का लेनदेन शुरू नहीं किया जाएगा, जिनका विलय जुलाई को हुआ है। बैंक से जुड़े सूत्रों ने कहा कि इसकी जगह पर ये शाखाएं चरणबद्ध तरीके से पूरी सेवाएं देना शुरू करेंगी।
HDFC और HDFC Bank के मर्जर के बाद एचडीएफसी की 523 शाखाएं HDFC Bank की 7,821 (31 मार्च, 2023 तक) शाखाओं में जुड़ गई हैं, जिससे बैंक की कुल शाखाएं 8,344 हो गई हैं। इसकी वजह यह है कि एचडीएफसी की ज्यादातर शाखाएं एचडीएफसी बैंक की शाखाओं से छोटी हैं। दरअसल एचडीएफसी की 523 शाखाओं में से 450 से ज्यादा सेवा केंद्र हैं।
एचडीएफसी की शाखाएं हब ऐंड स्पोक मॉडल पर काम करती हैं, जिसमें एक शाखा के अधीन कई सेवा केंद्रों का परिचालन किया जाता है।
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एक सूत्र ने कहा, ‘सभी बड़ी मंजूरियां हब से आती हैं, जबकि ज्यादातर शाखाएं सिर्फ ग्राहकों से बातचीत करती हैं।’ उदाहरण के लिए मुंबई में एचडीएफसी की सिर्फ 3 पूर्ण शाखाएं हैं, जबकि शेष सेवा केंद्र हैं। एक अन्य सूत्र ने कहा कि इसके साथ ही इनमें से ज्यादातर सेवा केंद्रों में नकदी का काम करने के लिए बुनियादी सुविधाएं विकसित करनी होंगी।