HDFC Bank और HDFC के बीच मर्जर के बाद विश्लेषकों का कहना है कि बाजार की नजर अब मर्जर से जुड़ी चुनौतियों के सफल समाधान पर लगी रहेगी। इनमें कर्मचारियों से संबंधित बदलाव और सभी शाखाओं में संपूर्ण बैंकिंग सेवाओं की पेशकश जैसी चुनौतियां मुख्य रूप से शामिल होंगी।
विश्लेषकों का मानना है कि शेयर बाजारों पर यह शेयर अल्पावधि में प्रमुख सूचकांकों के अनुरूप प्रदर्शन करेगा।
राइट रिसर्च की संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी (CEO) सोनम श्रीवास्तव ने कहा, ‘मर्जर के बाद सामान्य तौर पर समेकन (consolidation) की शुरुआती अवधि होती है, क्योंकि संबद्ध इकाइयां समेकन की दिशा में कार्य करती हैं। इससे अल्पावधि बाजार गतिविधि को बढ़ावा मिल सकता है।’
आईडीबीआई कैपिटल के शोध प्रमुख ए के प्रभाकर का भी मानना है कि मर्जर से जुड़ा उत्साह शेयर बाजारों पर बरकरार नहीं रह सकता है, क्योंकि मर्जर से जुड़ी लागत का प्रभाव पड़ सकता है।
उनका कहना है, ‘जून तिमाही के नतीजों के बाद इस शेयर में कुछ कमजोरी आ सकती है, और अगले कुछ महीनों के दौरान यह सुस्त बना रह सकता है। हालांकि शेयर में बड़ी गिरावट के आसार नहीं हैं।’
सोमवार को दिन के कारोबार में HDFC Bank का शेयर BSE पर 3.2 प्रतिशत चढ़कर 1,758 की ऊंचाई पर पहुंच गया था। वहीं HDFC ने भी दिन के कारोबार में 3.7 प्रतिशत तेजी के साथ 2,926 रुपये का नया एक वर्ष ऊंचा स्तर बनाया।
अपने मार्च के निचले स्तरों से HDFC Bank का शेयर 14 प्रतिशत चढ़ा है, जबकि HDFC में 15.7 प्रतिशत की तेजी आई है।
मॉर्गन स्टैनली को वित्त वर्ष 2024 की ईपीएस वृद्धि 13 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो सालाना आधार पर कम है।
क्षेत्र पर नजरिया
विश्लेषकों को HDFC Bank के शेयर में तेजी से निफ्टी बैंक सूचकांक में मौजूदा सुधार को मदद मिलने का अनुमान है। निफ्टी बैंक सूचकांक सोमवार को दिन के कारोबार में 45,353 के नए ऊंचे स्तर पर पहुंच गया।
उनका कहना है कि निवेशकों को निवेश से जुड़े रहना चाहिए, क्योंकि HDFC Bank मर्जर से इस क्षेत्र में समेकन की लहर तेज हो सकती है, जो दीर्घावधि नजरिये से फायदेमंद साबित हो सकती है।
विश्लेषकों का मानना है कि इसके अलावा, भारतीय बैंक अच्छी तरह से पूंजीकृत हैं, क्रेडिट साइकिल उदार है, और मुनाफा एक दशक में अपने ऊंचे स्तर पर है।
नोमुरा के विश्लेषकों ने ताजा रिपोर्ट में कहा है, ‘जहां ब्याज दरें पिछले साल के दौरान तेजी से चढ़ी हैं, वहीं सभी उत्पाद सेगमेंटों में दरें कोविड-पूर्व स्तरों के मुकाबले ज्यादा ऊपर नहीं हैं। हमारा मानना है कि इस क्षेत्र की उधारी वित्त वर्ष 2023-25 के दौरान 13 प्रतिशत CAGR पर रह सकती है और निजी क्षेत्र के बैंक 18 प्रतिशत वृद्धि दर्ज कर सकते हैं।’
नोमुरा के पसंदीदा शेयरों में ICICI Bank, ऐक्सिस बैंक और इंडसइंड बैंक मुख्य तौर पर शामिल हैं।