अर्थव्यवस्था

अमेरिकी प्रतिफल में तेजी के बावजूद रुपया और सरकारी बॉन्ड मजबूत

गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 83.09 पर बंद हुआ, जो बुधवार को 83.08 पर था।

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अंजलि कुमारी   
Last Updated- September 21, 2023 | 10:33 PM IST

बढ़ते अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल के बावजूद गुरुवार को सरकारी बॉन्ड और रुपया मजबूती के साथ बंद हुए। डीलरों का कहना है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने डॉलर बिक्री के जरिये विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप किया और बॉन्ड बाजार कारोबारियों में अंतरराष्ट्रीय सूचकांकों में बॉन्ड शामिल किए जाने को लेकर उम्मीद बढ़ गई।

गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 83.09 पर बंद हुआ, जो बुधवार को 83.08 पर था। वहीं 10 वर्षीय सरकारी बॉन्ड पर प्रतिफल 7.16 प्रतिशत पर बंद हुआ, जो बुधवार को 7.18 प्रतिशत था।

कोटक सिक्योरिटीज में उपाध्यक्ष (करेंसी डेरिवेटिव्स ऐंड इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स) अनिंद्य बनर्जी ने कहा, ‘अमेरिकी डॉलर स्पॉट सपाट बंद हुआ, क्योंकि केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप ने बढ़त को सीमित कर दिया, लेकिन तेल विपणन कंपनियों से अमेरिकी डॉलर के लिए मांग से गिरावट सीमित हो गई।

अमेरिकी फेड से रुख के बाद अमेरिकी डॉलर सूचकांक में आई तेजी भारतीय रुपये के लिए नकारात्मक साबित हुई। अल्पावधि के दौरान, हमें हाजिर भाव के लिहाज से रुपया 82.80 से 83.30 के दायरे में रहने का अनुमान जता सकते हैं।’

अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बयान के बाद अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में तेजी आई और 10 वर्षीय बॉन्ड पर प्रतिफल 7.21 प्रतिशत के साथ दिन के ऊंचे स्तर पर पहुंच गया।

First Published : September 21, 2023 | 10:33 PM IST