वैश्विक मंदी के मोर्चे पर चारों ओर से तीर झेल रही सरकार को एक बार फिर महंगाई ने बख्श दिया है।
तेल और विनिर्मित उत्पादों की कीमतों में गिरावट के चलते महंगाई दर चार अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के दौरान गिरकर 11.44 फीसदी पर पहुंच गई। मुद्रास्फीति के आंकड़े गुरुवार दोपहर बाद ही जारी कर दिए गए जबकि आम तौर पर इसे देर शाम को जारी किया जाता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, गिरते शेयर बाजार को मरहम देने के लिए इसे कारोबारी समय के दौरान ही जारी कर दिया गया। सप्ताह भर पहले मुद्रास्फीति 11.80 फीसदी के स्तर पर थी।
नेफ्था, हवाई टर्बाइन ईंधन और फर्नेस ऑयल की कीमतों में नरमी के कारण र्इंधन की कीमतों का सूचकांक में 1.1 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई। समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान नेफ्था में 11 फीसदी, विमानन ईंधन में छह फीसदी और फर्नेस ऑयल में पांच फीसदी की गिरावट दर्ज हुई हालांकि बीटूमेन की कीमताें में चार फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
हालांकि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान खाद्य खंड में फल एवं सब्जी, दाल और अनाज मंहगे हुए।