भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर के तौर पर डी. सुब्बाराव ने शुक्रवार को पदभार संभाल लिया। इससे पहले सुब्बाराव वित्त सचिव के पद पर तैनात थे।
पदग्रहण करने के बाद सुब्बाराव ने कहा कि बेलगाम महंगाई सबसे बड़ी चुनौती है, जिसे काबू में करना पहला लक्ष्य होगा। साथ ही आर्थिक विकास को बढ़ावा देने पर भी पूरा जोर होगा।
वाई. वी. रेड्डी की जगह लेने वाले सुब्बाराव ने बताया कि रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में मेरी तात्कालिक प्राथमिकता मुद्रास्फीति पर नियंत्रण और मुद्रास्फीतिक अपेक्षाओं की अगुवाई रहेगी। इसके साथ ही वित्तिय सुधार की दिशा में भी साकारात्मक कदम उठाए जाएंगे।
सुब्बाराव ने कहा कि मध्यम अवधि में वे वित्तीय और कीमत स्थिरता के लिहाज से वित्तीय क्षेत्र में सुधारों को आगे बढाएंगे। उल्लेखनीय है कि महंगाई दर 23 अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह में घटकर 12.34 प्रतिशत रह गई, जो इससे पूर्व सप्ताह में 12.40 प्रतिशत थी।
बावजूद इसके रिजर्व बैंक ने गुरुवार को संकेत दिया था कि वह कड़ी मौद्रिक नीति में किसी तरह की ढील नहीं देगा। महंगाई नियंत्रण के लिए रिजर्व बैंक मुद्रा आपूर्ति को कड़ा कर रहा है। जनवरी 2007 के बाद से रेपो दर में 5 बार बढ़ोतरी की जा चुकी है।
वाई.वी. रेड्डी ने सौंपी डी. सुब्बाराव को रिजर्व बैंक की कमान
नए गवर्नर बोले, आर्थिक विकास प्रभावित किए बिना महंगाई पर काबू होगी प्राथमिकता