चुनाव के पहले और घट सकती है ईंधन की कीमत

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 08, 2022 | 8:04 AM IST

पिछले हफ्ते ईंधन की कीमतों में की गई कटौती से तेल कंपनियों का मुनाफा उतना प्रभावित नहीं होगा जितना फरवरी 2007 की कटौती के बाद देखने को मिला था।


इसे ध्यान में रखते हुए अगले साल लोकसभा चुनावों के पहले सरकार के पास पेट्रोल, डीजल की कीमतों को और कम करने की गुंजाइश है। पेट्रोलियम मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘कीमतें घटाने के बाद भी कंपनियां पेट्रोल और डीजल बेच कर मुनाफा कमा रही हैं।

कच्चे तेल की कीमतें आने वाले समय में और घट सकती हैं और इस कारण पेट्रोल, डीजल की कीमतें और कम करने की गुंजाइश बचती है।’ उन्होंने कहा कि, ‘हालांकि यह काफी हद तक कच्चे तेल की कीमतों पर भी निर्भर करता है।’

पिछले हफ्ते ईंधन के दामों में की गई कटौती के बाद भी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन को एक लीटर डीजल की बिक्री पर करीब 1 रुपये और एक लीटर पेट्रोल की बिक्री पर करीब 10 रुपये का मुनाफा हो रहा है।

हालांकि केरोसीन और रसोई गैस की ब्रिकी के कारण इन्हें हर दिन कुल मिलाकर 5 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। 5 दिसंबर को ईंधन के दामों में की गई कटौती के बाद इन कंपनियों का हर दिन का नुकसान बढ़कर दोगुना हो जाने की उम्मीद है।

पिछली बार फरवरी 2007 में जब पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटाई गई थीं तो इन कंपनियों को हर दिन करीब 30 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा था।

First Published : December 9, 2008 | 9:34 PM IST