अर्थव्यवस्था

Export Growth: प्रमुख वस्तुओं की कीमतों में गिरावट के बावजूद भारत के निर्यात में वृद्धि

पेट्रोलियम उत्पादों, कोयला, समुद्री उत्पादों का निर्यात बढ़ा

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श्रेया नंदी   
Last Updated- May 01, 2024 | 10:14 PM IST

वित्त वर्ष 2023-24 के अप्रैल-फरवरी के दौरान पेट्रोलियम उत्पादों, कोयला, समुद्री उत्पादों सहित 19 प्रमुख जिंसों के निर्यात में मात्रा के हिसाब से बढ़ोतरी हुई है। हालांकि इस अवधि के दौरान मूल्य के हिसाब से इन वस्तुओं के निर्यात में कमी आई है।

सरकार के अधिकारियों ने कहा कि मूल्य के हिसाब से निर्यात में गिरावट के बावजूद निर्यात की मात्रा बढ़ने से यह संकेत मिलता है कि इन जिंसों की बाजार में मजबूत मांग बनी हुई है। वित्त वर्ष 2023-24 के शुरुआती 11 महीनों में इन उत्पादों का निर्यात मूल्य 102.7 अरब डॉलर रहा है, जबकि इस दौरान भारत के कुल निर्यात का मूल्य 395.43 अरब डॉलर था।

वाणिज्य विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल-फरवरी के दौरान कुल निर्यात मूल्य में इन जिंसों की हिस्सेदारी एक चौथाई से ज्यादा है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘महत्त्वपूर्ण यह है कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में इन उत्पादों के निर्यात की मात्रा बढ़ी है। इसका मतलब यह है कि मात्रा/मांग के हिसाब से हमारी तेज वृद्धि बनी हुई है।’

उपरोक्त उल्लिखित अधिकारी ने कहा, ‘उदाहरण के लिए समुद्री उत्पाद के मामले में निर्यात की मात्रा 6 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि इसकी कीमत 7 प्रतिशत कम हुई है। दरअसल इस साल जिंस बाजार में कीमतों में सुस्ती उल्लेखनीय रही है।’

वित्त वर्ष 2021-22 और 2022-23 के दौरान भारत के निर्यात में तेज बढ़ोतरी हुई है, वहीं जिंसों की कीमत गिरने, ज्यादा महंगाई के साथ भूराजनीतिक चुनौतियों के कारण वृद्धि सुस्त होने लगी। इसकी वजह से अप्रैल-फरवरी के दौरान भारत का निर्यात 3.3 प्रतिशत घटकर 395.42 अरब डॉलर रह गया।

इन 19 वस्तुओं में पेट्रोलियम उत्पाद, कोयला, अकार्बनिक रसायन, उर्वरक प्रमुख हैं, जिका निर्यात भारत से हुआ है। पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में मात्रा के हिसाब से 15 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है, वहीं भूराजनीतिक तनावों की वजह से कीमत में उतार चढ़ाव के कारण मूल्य के हिसाब से इसका निर्यात 11 प्रतिशत कम हुआ है।

कोयला, कोक और ब्रिकेट के मामले में यह बदलाव बहुत ज्यादा है। मात्रा के हिसाब से इसका निर्यात 11 प्रतिशत बढा़ है, जबकि कीमतें कम बनी रहने के कारण मूल्य के हिसाब से निर्यात में 37 प्रतिशत की गिरावट आई है।

First Published : May 1, 2024 | 10:14 PM IST