नैशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन आफ इंडिया (एनपीसीआई) के प्रमुख भुगतान प्लेटफॉर्म यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) हर महीने नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है। अगस्त महीने में यूपीआई से 1.61 अरब लेनदेन हुआ, जिससे कुल 2.98 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ, जो जुलाई में 1.49 अरब लेनदेन के साथ 2.9 लाख करोड़ रुपये थे।
डिजिटल भुगतान कोविड-19 के झटकों से बाहर निकल रहा है और यह कोविड के पहले के स्तर पर पहुंच गया है, भले ही भारत की अर्थव्यवस्था में भारी संकुचन आया है।
भारत पे के सीईओ और सह संस्थापक अशनीर ग्रोवर ने कहा, ‘ऑफलान व ऑनलाइन क्षेत्र में यूपीआई बड़े पैमाने पर स्वीकार किया जा रहा है। यूपीआई सबसे ज्यादा संपर्करहित भुगतान माध्यम है, जो जोर पकड़ रहा है। त्योहारी सीजन में यूपीआई से लेनदेन और बढ़ेगा। ऐसे में दिसंबर में यूपीआई से लेनदेन की संख्या 2 अरब तक पहुंच सकती है और मार्च 2021 तक इससे लेनदेन की संख्या 2.15 अरब पहुंच सकती है।’
इमीडिएट पेमेंट सर्विस (आईएमपीएस) से लेनदेन की संख्या अगस्त में 24.612 करोड़ और इसकी मात्रा 2.35 लाख करोड़ रुपये रही। दिलचस्प है कि आईएमपीएल से लेनदेन फरवरी में कोविड के पहले जो स्तर था, वहां पहुंच चुका है।
भारत बिल पेमेंट्स सिस्टम्स (बीबीपीएस) से लेनदेन अगस्त महीने मेंं कोविड के पहले के स्तर से ज्यादा हो गया है और अगस्त मेंं 2.121 करोड़ लेनदेन का कुल मूल्य 3,748.74 करोड़ ररुपये रहा। इससे संकेत मिलता है कि ग्राहक अपने भुगतान के लिए डिजिटल तरीका अपना रहे हैं।
फास्टैग अभी कोविड के पहले से स्तर पर नहीं पहुंच सका है।
