प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) द्वारा जमा किया जाने वाला धन इस वित्त वर्ष में अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 के दौरान दोगुने से ज्यादा बढ़कर 5.95 अरब डॉलर हो गया है। यह वित्त वर्ष 22 की समान अवधि में 2.7 अरब डॉलर था।
भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2023 के अंत में एनआरआई जमा बढ़कर 136.81 अरब डॉलर हो गया, जो दिसंबर 2022 में 134.48 अरब डॉलर था।
बैंकरों का कहना है कि जमा में बढ़ोतरी ब्याज दरों की सीमा में शिथिलता की वजह से आई है। बहरहाल एनआरआई जमा में से त्योहारों के सीजन में खर्च बढ़ा है।
जुलाई महीने में रिजर्व बैंक ने एनआरआई खाते में आवक बढ़ाने के लिए कदम उठाए थे। इन छूट में विदेशी मुद्रा प्रवासी (बैंक) या एफसीएनआर (बी) और प्रवासी वाह्य (एनआरई) जमा पर ब्याज दर की सीमा शिथिल किया जाना शामिल है।