facebookmetapixel
Year Ender 2025: हाइब्रिड कैटेगरी में मल्टी एसेट एलोकेशन फंड्स का जलवा, टॉप-5 फंड्स ने दिया 25% तक रिटर्नShare Market: सेंसेक्स 346 अंक लुढ़का, निफ्टी भी फिसला; FII बिकवाली से बाजार कमजोरनिवेशक पैसा रखें तैयार! चार कंपनियों को SEBI से IPO की मंजूरी, ₹1400 करोड़ से ज्यादा जुटाने की तैयारीसिर्फ ₹1,850 में हवाई सफर! एयर इंडिया एक्सप्रेस की पे-डे सेल शुरू, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय रूट्स पर भारी छूटभारतीय सेना की बढ़ेगी ताकत, DAC ने ₹79,000 करोड़ के सैन्य उपकरणों की खरीद को मंजूरी दी8th Pay Commission: लेवल 1 से 5 तक की सैलरी में कितनी इजाफा हो सकता है? एक्सपर्ट से समझेंरिटायरमेंट अब नंबर-1 फाइनैंशियल जरूरत, तैयारी में भारी कमी; म्युचुअल फंड्स का यहां भी दबदबाCBI ने सुप्रीम कोर्ट में कुलदीप सिंह सेंगर की बेल रोकने में LK आडवाणी केस का हवाला क्यों दिया?भारत का औद्योगिक उत्पादन नवंबर में 6.7% बढ़ा, मैन्युफैक्चरिंग और माइनिंग ने बढ़ाई रफ्तारSilver Price: चांद पर चांदी के भाव! औद्योगिक मांग ने बदली तस्वीर, अब क्या करें निवेशक?

अभी और महंगाई झेलने को रहें तैयार

Last Updated- December 07, 2022 | 7:43 AM IST

वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगर महंगाई की रफ्तार इसी तरह जारी रही, तो अगले कुछ हफ्तों तक महंगाई दर दहाई अंक में बनी रह सकती है।


उनका कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों को लेकर  अनिश्चितता बनी हुई है। ऐसे में अगर कीमतों में और इजाफा होता है, तो महंगाई दर का नीचे आना मुश्किल होगा। हालांकि उन्होंने इस बात का संकेत जरूर दिया है कि महंगाई दर की रफ्तार में थोड़ी नरमी आ सकती है।

उधर, वित्त मंत्रालय के अधिकारिक बयान के मुताबिक, रिजर्व बैंक की ओर नकद आरक्षित अनुपात और रेपो दर में आधी फीसदी की बढ़ोतरी की घोषणा से महंगाई पर काबू पाने में मदद मिलेगी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि आरबीआई के इस कदम से आर्थिक विकास दर पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

First Published - June 26, 2008 | 12:14 AM IST

संबंधित पोस्ट