वेदांत लिमिटेड के वाइस चेयरमैन नवीन अग्रवाल के पुत्रों की तरफ से स्थापित मेटल स्टार्ट अप ने ऑस्ट्रेलिया की ऑरिका के पूर्ण स्वामित्व वाले डिविजन मिनोवा के साथ संयुक्त उद्यम करार पर हस्ताक्षर किए हैं, जो खनन क्षेत्र के लिए उम्दा उत्पादों के विनिर्माण के लिए है।
नैवेद्य अग्रवाल और अनन्य अग्रवाल की तरफ से स्थापित स्टार्टअप और उसकी ऑस्ट्रेलियाई साझेदार ने संयुक्त उद्यम कंपनी मिनोवा रुनाया प्राइवेट लिमिटेड (एमआरपीएल) शुरू किया है, जिसमें रुनाया की हिस्सेदारी 49 फीसदी होगी। संयुक्त उद्यम साझेदार मिनोवा की पैरंट ऑरिका माइनिंग सपोर्ट सिस्टम ऐंड एक्सप्लोसिव की वैश्विक दिग्गज कंपनी है और उसका राजस्व 6 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर यानी करीब 32,000 करोड़ रुपये है।
मिनोवा रुनाया प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन नैवेद्य अग्रवाल ने बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में कहा, संयुक्त उद्यम राजस्थान के भीलवाड़ा में 250 करोड़ रुपये के निवेश से विनिर्माण संयंत्र लगाएगा। यहां दिसंबर या जनवरी में उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है और इस परियोजना में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर करीब 2,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
अग्रवाल ने कहा, पहले चरण में संयुक्त उद्यम करीब 100 करोड़ रुपये निवेश करेगा, जिसे अगले दो साल में बढ़ाकर 450 करोड़ रुपये किया जाएगा। उन्हें उम्मीद है कि करीब 50 फीसदी राजस्व निर्यात बाजार से हासिल होगा।
इस संयंत्र में रॉक बोल्ट्स, रेजिन कैप्सुल, इंजेक्शन केमिकल्स, वायर मेश और उच्च गुणवत्ता वाले वेंटिलेशन सिस्टम का विनिर्माण देसी व निर्यात बाजारोंं के लिए होगा। करीब 50 फीसदी उत्पादन निर्यात बाजारों के लिए होगा।
अग्रवाल का दावा है कि भारतीय खनन कंपनियों के लिए इस तरह के उत्पादों का विनिर्माण करने वाली पहली कंपनी रुनाया होगा, जिसका अब तक आयात होता रहा है। उन्होंने कहा, यह आत्मनिर्भर भारत का एक उदाहरण है। उनका अनुमान है कि इन उत्पादों का वैश्विक बाजार करीब 3 अरब डॉलर का है और देसी मांग करीब 500-600 करोड़ रुपये की है। इनमें से करीब 250-300 करोड़ रुपये हिंदुस्तान जिंक के लिए होगा, जो वेदांत समूह की कंपनी है। अन्य संभावित ग्राहक हैं कोल इंडिया, राजमार्ग मंत्रालय (टनल के लिए) और लार्सन ऐंड टुब्रो आदि।
अग्रवाल ने कहा कि आने वाले समय में संयुक्त उद्यम भारत में मिनोवा के पोर्टफोलियो में अन्य उत्पादों के विनिर्माण की संभावनाएं तलाशेगा। संयुक्त उद्यम साझेदार मिनोवा खनन, विनिर्माण और ऊर्जा उद्योगों के लिए ग्राउंड सपोर्ट सिस्टम मुहैया कराती है। वह 40 से ज्यादा देशों में परिचालन करती है और 15 विनिर्माण संयंत्र हैं।
