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ONGC से इस टेक सॉल्यूशंस कंपनी को मिला 7 साल का कॉन्ट्रैक्ट, आईटी इंफ्रा में करेगी बदलाव

यह प्रोजेक्ट 98 करोड़ रुपये का है और इसमें ओएनजीसी का आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड किया जाएगा।

Last Updated- November 19, 2024 | 4:22 PM IST
ONGC LNG import

नोएडा की टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन कंपनी कॉरपोरेट इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड (CIPL) ने बताया कि उसे भारत की सरकारी कंपनी ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC) से एक बड़ा प्रोजेक्ट मिला है। यह प्रोजेक्ट 98 करोड़ रुपये का है और इसमें ओएनजीसी का आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड किया जाएगा। इस काम को ‘पे-पर-यूज’ मॉडल पर किया जाएगा और यह सात सालों में, यानी सितंबर 2031 तक पूरा होगा।

इस प्रोजेक्ट का मकसद ओएनजीसी के दिल्ली स्थित कॉर्पोरेट इंफोकॉम डेटा सेंटर (CIDC) और गुजरात के वडोदरा में डिजास्टर रिकवरी साइट पर आईटी हार्डवेयर सिस्टम को मजबूत करना है। CIPL का कहना है कि यह प्रोजेक्ट ओएनजीसी की डिजिटल क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करेगा।

ONGC के डिजिटल बदलाव के सफर में CIPL का अहम प्रोजेक्ट

ONGC के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को सपोर्ट करने के लिए यह प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। यह कंपनी के ऑपरेशन्स को फ्यूचर-प्रूफ बनाएगा और यह सुनिश्चित करेगा कि डाटा रीप्लिकेशन, डिजास्टर रिकवरी और एप्लिकेशन मैनेजमेंट जैसी सेवाएं बिना किसी रुकावट के चलती रहें। इससे सरकारी कंपनी के कामकाज में सुधार और सुरक्षा दोनों बढ़ेंगे।

CIPL के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO विनोद कुमार ने कहा, “यह प्रोजेक्ट हमारी काबिलियत को दिखाता है कि कैसे हम जटिल आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर को मैनेज कर सकते हैं और उपभोग आधारित (कंजम्पशन-बेस्ड) लचीले समाधान दे सकते हैं।”

CIPL का सफर और हाल की बड़ी उपलब्धियां

साल 2007 में स्थापित CIPL आज भारत की सबसे बड़ी आईटी हार्डवेयर सॉल्यूशन कंपनियों में से एक बन चुकी है। हाल ही में कंपनी ने इंडियन ऑयल से 3 साल का एक और बड़ा प्रोजेक्ट जीता है। यह प्रोजेक्ट 114 करोड़ रुपये का है, जिसमें इंडियन ऑयल के सभी डिवीजनों में आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर का सालाना रखरखाव किया जाएगा। (PTI के इनपुट के साथ)

First Published - November 19, 2024 | 4:21 PM IST

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