कंपनियां

Tesla भारत में अपना पहला शोरूम मुंबई में यहां खोलेगी, रेंट जानकर आप चौक जाएंगे

टेस्ला के भारत में प्रवेश की यह बड़ी पहल न केवल इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाएगी बल्कि भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए भी एक नई क्रांति साबित हो सकती है।

Published by
ऋषभ राज   
Last Updated- March 01, 2025 | 7:25 PM IST

अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी टेस्ला (Tesla) ने भारतीय बाजार में कदम रखने की अपनी योजना के तहत मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में अपना पहला शो रूम खोलने के लिए एक लीज समझौता किया है। यह जानकारी न्यूज वेबसाइट द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में दी गई है। यह समझौता देश में किसी वाणिज्यिक स्थान के लिए किए गए सबसे महंगे समझौतों में से एक बताया जा रहा है।

रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला को बीकेसी के एक वाणिज्यिक टावर के ग्राउंड फ्लोर पर 4,000 वर्ग फुट जगह मिलेगी, जहां वह अपनी कारों को प्रोजेक्ट करेगी। कंपनी को इस जगह के लिए प्रति वर्ग फुट लगभग 900 रुपये मासिक किराया देना होगा, जो कुल मिलाकर लगभग 35 लाख रुपये महीना बैठता है। यह लीज पांच साल के समय के लिए तय हुई है। इसके अलावा, दिल्ली के एयरोसिटी में भी एक नया शो रूम खोलने की कंपनी की योजना है।

मोदी-मस्क बैठक के बाद तेजी

यह समझौता उस बैठक के कुछ हफ्तों बाद किया गया है, जब टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वाशिंगटन में मुलाकात की थी। इस बैठक के तुरंत बाद, टेस्ला ने भारत में 13 नौकरियों के लिए भर्तियां शुरू कर दीं, जो इस बाजार में प्रवेश की उसकी मजबूत मंशा को दर्शाता है।

फरवरी में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेस्ला अगले कुछ महीनों में भारत में लॉन्च की तैयारी कर रही है। यह घटनाक्रम भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते की चर्चाओं के तहत है, जिसकी घोषणा मोदी और तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बैठक के बाद की गई थी।

भारत में उच्च आयात शुल्क और ट्रंप की नाराजगी

भारत में अभी 110 प्रतिशत का आयात शुल्क लागू है, जो टेस्ला जैसी कंपनियों के लिए बड़ी चुनौती है। डोनाल्ड ट्रंप ने इस ऊंचे शुल्क को लेकर असहमति जताई थी और कहा था कि यह टेस्ला को भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने के लिए मजबूर कर रहा है।

हाल ही में एक इंटरव्यू में, ट्रंप ने कहा, “अगर टेस्ला भारत में फैक्ट्री लगाकर इन टैरिफ्स से बचने की कोशिश करती है, तो यह अमेरिका के लिए अनुचित होगा। दुनिया के हर देश ने हम पर टैक्स लगा रखा है। भारत में कार बेचना लगभग असंभव है।”

इसी बीच, मस्क ने भारत में आयात शुल्क को कम करने की वकालत की है, जिसके बाद भारतीय सरकार उनकी फीडबैक के आधार पर एक नई नीति बनाने पर विचार कर रही है।

भारत में टेस्ला की भर्तियां

टेस्ला ने भारत में भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। कंपनी ने लिंक्डइन पर 13 नौकरियों के लिए विज्ञापन जारी किए हैं, जिनमें ग्राहक सेवा, संचालन और बिक्री से जुड़ी भूमिकाएं शामिल हैं।

इन 13 नौकरियों में से 5 पद मुंबई और दिल्ली दोनों में उपलब्ध हैं, जबकि बाकी सिर्फ मुंबई के लिए हैं। टेस्ला द्वारा भारत में इन नौकरियों के लिए आवेदन मांगे गए हैं:

कस्टमर सपोर्ट स्पेशलिस्ट

इनसाइड सेल्स एडवाइजर

टेस्ला एडवाइजर

सर्विस एडवाइजर

ऑर्डर ऑपरेशंस स्पेशलिस्ट

सर्विस मैनेजर

स्टोर मैनेजर

पार्ट्स एडवाइजर

बिजनेस ऑपरेशंस एनालिस्ट

सर्विस टेक्नीशियन

कंज़्यूमर एंगेजमेंट मैनेजर

कस्टमर सपोर्ट एडवाइजर

डिलीवरी ऑपरेशंस स्पेशलिस्ट

टेस्ला के भारत में प्रवेश की यह बड़ी पहल न केवल इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाएगी बल्कि भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए भी एक नई क्रांति साबित हो सकती है। अगर सरकार टेस्ला की मांगों पर विचार करती है और आयात शुल्क में कटौती करती है, तो भारतीय उपभोक्ताओं को जल्द ही टेस्ला की गाड़ियां सड़कों पर देखने को मिल सकती हैं।

First Published : March 1, 2025 | 7:25 PM IST