टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने समूह के कर्मचारियों को नए साल के संदेश में साल 2024 को अप्रत्याशित साल करार दिया है। उन्होंने भू राजनीतिक अस्थिरता, दुनिया के शीर्ष नेताओं द्वारा टैरिफ बढ़ाने का ख्याल जैसी वजहों से ऐसा कहा है। चंद्रशेखरन ने यह भी कहा है कि समूह विभिन्न क्षेत्रों में अपने परिचालन के विस्तार के साथ अगले पांच वर्षों (इस दशक के आखिरी पांच साल में) में पांच लाख नौकरियां पैदा करने पर विचार कर रहा है।
चंद्रशेखरन ने अपने शुरुआती टिप्पणी में कहा कि साल 2024 एक और अप्रत्याशित साल रहा। उन्होंने कहा, ‘वैश्विक स्तर पर साल 2024 को भू राजनीतिक अस्थिरता और वृहद आर्थिक दृष्टिकोण में मामूली सुधार के लिए जाना जाएगा।’ यूक्रेन, गाजा और सूडान में सैन्य संघर्षों को ध्यान में रखते हुए यूरोप, पश्चिम एशिया और अफ्रीका के साथ-साथ बांग्लादेश और दक्षिण कोरिया में जन आंदोलन से मानवीय संकट बढ़ गया। इस बात का उल्लेख करते हुए कि कैसे राजनीतिक बदलाव और व्यवधान घरेलू और विदेश नीति दोनों को आकार दे रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘टैरिफ एक बार फिर नेताओं के दिमाग में आ गया है।’
अपने पत्र में समूह के चेयरमैन ने टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए और हमारे समूह के सभी लोगों के लिए यह हमेशा एक गहरी और व्यक्तिगत क्षति रहेगी। इस साल हमने श्री रतन टाटा को खो दिया। वह एक अभूतपूर्व, दूरदर्शी व्यक्ति थे जिन्होंने एक पीढ़ी के लिए हमारे कारोबार को आकार दिया है।’ इस साल 9 अक्टूबर को 86 साल की उम्र में रतन टाटा का निधन हो गया था।
उन्होंने अगले आधे दशक में पांच लाख विनिर्माण नौकरियां पैदा करने की टाटा समूह की योजनाओं को दोहराते हुए कहा कि ये रोजगार के अवसर बैटरी, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी), सौर उपकरण और अन्य महत्वपूर्ण हार्डवेयर का उत्पादन करने वाले कारखानों और परियोजनाओं में निवेश से पैदा होंगे।
चंद्रशेखरन ने कहा कि पांच लाख नई नौकरियां सेवा क्षेत्र की उन नौकरियों के अलावा होंगी जिन्हें खुदरा, प्रौद्योगिकी सेवाओं, विमानन और आतिथ्य जैसे क्षेत्रों में पैदा होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि टाटा समूह के सात से अधिक नए विनिर्माण संयंत्रों में भूमिपूजन समारोह और निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इनमें गुजरात के धोलेरा में भारत का पहला सेमीकंडक्टर फैब और असम में एक नया सेमीकंडक्टर ओएसएटी संयंत्र शामिल है।
उन्होंने कहा कि समूह की खुदरा कंपनियों का विस्तार जारी है। एयर इंडिया और विस्तारा ने इस साल अपने एयरलाइन परिचालन का विलय पूरा कर लिया है। समूह के शीर्ष अधिकारी ने कहा, ‘एयर इंडिया ने भारत और दुनिया की सेवा के लिए एक एकीकृत एयरलाइन समूह बनाने के लिए चार विमानन कंपनियों को एक साथ लाया है।’
चंद्रशेखरन ने कहा, ‘इस तरह के कदम हमारे समूह और भारत के लिए रोमांचक हैं लेकिन इससे भी जरूरी कि वे हर महीने कार्यबल का हिस्सा बनने वाले 10 लाख युवाओं को उम्मीद देते हैं। उन्होंने कहा कि मैं आशा और आशावाद की भावना के साथ 2025 की ओर देख रहा हूं। भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत है और इस दौर के बड़े रुझान हमारे पक्ष में हैं।