टाटा ग्रुप (Tata Group) भारत का पहला आईफोन निर्माता बनने की राह पर है। विस्ट्रॉन (Wistron) के बोर्ड ने अपनी भारतीय यूनिट को टाटा ग्रुप को लगभग 125 मिलियन अमेरिकी डॉलर में बेचने की हरी झंडी दे दी है।
विस्ट्रॉन ने बयान में इसकी घोषणा की, “विस्ट्रॉन कॉर्प (Wistron Corp) के बोर्ड ने अपनी सहायक कंपनियों, SMS इन्फोकॉम (सिंगापुर) पीटीई लिमिटेड और विस्ट्रॉन हांगकांग लिमिटेड को टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (टीईपीएल) के साथ शेयर खरीद समझौते पर हस्ताक्षर करने की अनुमति दे दी है। विस्ट्रॉन कॉर्प, विस्ट्रॉन इन्फोकॉम मैन्युफैक्चरिंग (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड (WMMI) में अपना पूर्ण अप्रत्यक्ष स्वामित्व (100%) टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (TEPL) को बेच रहा है।”
एक बार जब दोनों पक्ष आवश्यक समझौतों की पुष्टि और हस्ताक्षर कर देते हैं, तो सौदा आवश्यक अप्रूवल लेने के लिए आगे बढ़ेगा। उन्होंने बताया, “इसके बाद विस्ट्रॉन संबंधित नियमों के अनुसार आधिकारिक घोषणाएं और फाइलिंग करेगा।” विस्ट्रॉन प्लांट बेंगलुरु के पास स्थित है।
मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने विस्ट्रॉन की घोषणा को X (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया। उन्होंने टाटा कंपनियों को विस्ट्रॉन ऑपरेशन संभालने के लिए बधाई दी और कहा कि टाटा अब घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों के लिए भारत में आईफोन का प्रोडक्शन शुरू करेगी।
अपने पोस्ट में, मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने विस्ट्रॉन के योगदान के लिए आभार व्यक्त किया और भारतीय कंपनियों के नेतृत्व में भारत में ग्लोबल सप्लाई चेन स्थापित करने के लिए Apple की सराहना की।
मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस बात पर जोर दिया कि आईटी मंत्रालय ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के विस्तार का पूरा सपोर्ट करता है, जो बदले में, भारत में निवेश करने के इच्छुक अंतरराष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक ब्रांडों के लिए विश्वसनीय मैन्युफैक्चरिंग और टैलेंट पार्टनर के रूप में काम करेगा।