स्टार्ट-अप

स्टार्टअप कंपनियों ने 10 महीने में वेंचर कैपिटल से जुटाए 9.2 अरब डॉलर

साल 2024 के पहले 10 महीने के दौरान वैश्विक वीसी सौदों की मात्रा में भारत की हिस्सेदारी 7.1 प्रतिशत और घोषित फंडिंग के मूल्य में 4.2 प्रतिशत हिस्सेदारी रही।

Published by
जेडेन मैथ्यू पॉल   
Last Updated- December 01, 2024 | 9:32 PM IST

भारतीय स्टार्टअप कंपनियों ने जनवरी से अक्टूबर 2024 के बीच 984 सौदों में 9.2 अरब डॉलर की रकम वेंचर कैपिटल (वीसी) से हासिल की है। जनवरी-अक्टूबर 2023 के मुकाबले इसमें 44.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

डेटा एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबलडेटा ने बताया कि इस दौरान सौदों की संख्या में 5.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो बाजार में निवेशकों के नए विश्वास को दर्शाती है। इसके मुकाबले साल 2023 में इसी अवधि में कुल 6.4 अरब डॉलर के 930 वीसी सौदे हुए।

ग्लोबलडेटा के प्रमुख विश्लेषक ऑरोज्योति बोस ने कहा, ‘निवेशकों का विश्वास फिर से बढ़ता दिख रहा है, क्योंकि भारत ने वर्ष के दौरान वीसी फंडिंग की गतिविधियों में प्रतिस्पर्धी देशों की तुलना में उल्लेखनीय सुधार का प्रदर्शन किया है। वास्तव में यह उन कुछ प्रमुख बाजारों में से था जहां जनवरी-अक्टूबर 2024 के दौरान सौदों की मात्रा और मूल्य दोनों में सुधार देखा गया है।’

उन्होंने कहा, ‘भारत सौदों की मात्रा के साथ-साथ मूल्य के लिहाज से वीसी फंडिंग की गतिविधियों के मामले में वैश्विक स्तर पर शीर्ष पांच बाजारों में बना हुआ है।’

साल 2024 के पहले 10 महीने के दौरान वैश्विक वीसी सौदों की मात्रा में भारत की हिस्सेदारी 7.1 प्रतिशत और घोषित फंडिंग के मूल्य में 4.2 प्रतिशत हिस्सेदारी रही।

फंडिंग के खास दौरों में जून में जेप्टो का 66.5 करोड़ डॉलर और उसके बाद अगस्त में अतिरिक्त 34 करोड़ डॉलर, मीशो का 30 करोड़ डॉलर, फार्मईजी 21.6 करोड़ डॉलर, फिजिक्सवाला का 21 करोड़ डॉलर और पर्पल का 17.84 करोड़ डॉलर का दौर शामिल रहा। अधिक मूल्य वाले घोषित सौदों (10 करोड़ डॉलर से बड़े) की संख्या पिछले साल की इसी अवधि के 11 से बढ़कर 16 हो गई, जो 45 प्रतिशत का इजाफा है।

बोस ने कहा, ‘फंडिंग के दमदार दौर और गतिविधियों में उल्लेखनीय वृद्धि की वजह से भारत उद्यम पूंजी के लिए शीर्ष वैश्विक ठिकानों में से एक के रूप में अपनी हैसियत बरकरार रखने के मामले में बेहतर स्थिति में है जिससे देश के गतिशील उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र और निरंतर विकास की क्षमता का पता चलता है।’

First Published : December 1, 2024 | 9:32 PM IST