PC: Pixxel
बेंगलूरु की स्पेस टेक्नोलॉजी स्टार्टअप पिक्सल (Pixxel) ने अपनी उन्नत हाइपरस्पेक्ट्रल अर्थ-इमेजिंग टेक्नोलॉजी के माध्यम से अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) से अब तक का सबसे बड़ा सप्लायर डील हासिल किया है। यह 47.6 करोड़ डॉलर के कॉमर्शियल स्मॉलसैट डेटा एक्विजिशन प्रोग्राम का हिस्सा है।
साल 2020 में स्पेस सेक्टर में एंट्री के लिए प्राइवेट कंपनियों को परमिशन मिली। साल 2020 के बाद से इसे पहली बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। यह डील नवंबर 2028 तक चलेगी। इसके तहत पिक्सल (Pixxel) नासा और उसके अमेरिकी सरकारी और एकेडमिक पार्टनर्स को हाइपरस्पेक्ट्रल अर्थ ऑब्जर्वेशन डेटा प्रदान करेगी।
पिक्सल का डेटा जलवायु परिवर्तन, कृषि, जैव विविधता, संसाधन प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में जानकारी प्रदान करेगा। पिक्सल के सह-संस्थापक (को-फाउंडर) और CEO अवैस अहमद (Awais Ahmed) ने कहा, ‘यह नासा के साथ कॉन्ट्रैक्ट हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है और यह सिद्ध करता है कि हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग- अर्थ ऑब्जर्वेशन के भविष्य के लिए अनिवार्य होगी।’
इस डील में पार्टनर अन्य कंपनियों में वर्जीनिया की कंपनी ब्लैकस्काई जियोस्पैशियल सॉल्यूशंस (Geospatial Solutions), अमेरिका की ICEYE US, कनाडा की एमडीए जियोस्पैशियल सर्विस (MDA Geospatial Service), वर्जीनिया की प्लैनेट लैब्स फेडरल (Planet Labs Federal), नॉर्थ कोरिया की सैटेलॉजिक फेडरल (Satellogic Federal), अलाबामा की टेलीडाइन ब्राउन इंजीनियरिंग (Teledyne Brown Engineering) और बॉस्टन की द टुमॉरो कंपनीज इंक (The Tomorrow Companies Inc ) शामिल हैं।
Pixxel जल्द ही फायरफ्लाईज़ (Fireflies), 5-मीटर रेजोल्यूशन वाले हाइपरस्पेक्ट्रल सैटेलाइट्स लॉन्च करने जा रही है। ये सैटेलाइट्स 250 से अधिक स्पेक्ट्रल बैंड्स में डेटा कैप्चर करेंगे, जो 40 किलो मीटर स्वाथ चौड़ाई (swath width) और ग्रह पर कहीं भी 24 घंटे की रीविजिट फ्रिक्वेंसी (revisit frequency) के साथ अधिक व्यापक कवरेज प्रदान करेंगे।
पिक्सल के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी (CFO) आकाश पारेख ने कहा कि यह कॉन्ट्रैक्ट वैज्ञानिक समुदाय के साथ हाइपरस्पेक्ट्रल डेटा के उपयोग में सहयोग को और बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। हमें वैज्ञानिक समुदाय के भीतर हाइपरस्पेक्ट्रल डेटा अप्लीकेशन पर आगे सहयोग को बढ़ावा देने पर गर्व है, और हम इस अत्याधुनिक पृथ्वी निगरानी पद्धति के साथ अपने मिशन को आगे बढ़ाने के लिए नासा के साथ काम करने के लिए तत्पर हैं।’
जल्द ही लॉन्च होने वाले छह आगामी सैटेलाइट्स के साथ, Pixxel ने अपने समूह को 24 सैटेलाइट्स तक विस्तारित करने की योजना बनाई है ताकि हाइपरस्पेक्ट्रल डेटा को व्यावसायिक रूप से और भी अधिक व्यापक रूप से उपलब्ध कराया जा सके और उद्योगों और सरकारों के हितधारकों के लिए सुलभ बनाया जा सके। यह उन्हें निर्णय लेने की जानकारी देने, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन में सुधार करने और पर्यावरणीय लचीलापन बढ़ाने के लिए वास्तविक समय, कार्रवाई योग्य इनसाइट्स के साथ सशक्त बनाएगा। दिसंबर 2022 में, Pixxel ने ‘आनंद’ नामक अपना पहला हाइपरस्पेक्ट्रल उपग्रह लॉन्च किया था।