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Starlink: क्या Elon Musk भारत में लॉन्च करेंगे सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाएं? जानें इंटरनेट स्पीड, कीमत से लेकर जरूरी डिटेल्स

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- April 14, 2024 | 11:00 AM IST

टेस्ला के सीईओ ईलॉन मस्क (Tesla CEO Elon Musk) जल्द भारत यात्रा पर आने वाले हैं। उनकी यात्रा देश के लिए काफी खास साबित हो सकती है। खबरों के मुताबिक, मस्क भारत दो दिन के लिए आ सकते हैं। इस दौरान मस्क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे। ।

ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि मस्क टेस्ला को भारत में लाने के साथ ही स्पेसएक्स (SpaceX) की सब्सिडयरी कंपनी Starlink (सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सर्विस) को भी देश में शुरू कर सकते हैं। उन्होंने इसके लिए अक्टूबर 2022 में लाइसेंस का आवेदन किया था। हालांकि, अभी सरकार की तरफ से इसे मंजूरी नही मिली। लेकिन अब मस्क भारत आने वाले हैं तो ऐसी खबरें हैं कि उन्हें स्टारलिंक की सर्विस भारत में शुरू करने के लिए लाइसेंस अगले 10 दिन में मिल सकता है। इसके लिएस सरकार और कंपनी के बीत कई दौर की वार्तालाप हो चुकी है।

अगर आप स्टारलिंक के बारे में कुछ नहीं जानते तो हम आपको इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताने जा रहे हैं..

क्या है Starlink?

स्टारलिंक एक सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सर्विस है, जो कि हजारों छोटे सैटेलाइट का एक ग्रुप है। ये धरती से लगभग 550 किलोमीटर दूर है। कंपनी इसके लिए लो अर्थ ऑरबिट सेटेलाइट का इस्तेमाल कर रही है, जिसकी मदद से ये फास्ट इंटरनेट कनेक्टिविटी देने में सक्षम है। बता दें कि एक सेटेलाइट 90 मिनट में पूरी धरती का चक्कार लगा लेता है।

दूरदराज के इलाकों के लिए फायदेमंद

ईलॉन मस्क का हमेशा से फोकस रहा है कि उन क्षेत्रों में स्टारलिंक की सर्विस पहुंचे जहां इंटरनेट का पहुंचना मुश्किल है। कंपनी के मुताबिक, स्टारलिंक की मदद से इंटरनेट सेवा उन सभी जगहों तक जा सकती है जहां इंटरनेट की सेवा अभी भी ठीक से उपलब्ध नहीं है। बता दें कि स्टारलिंक में कोई केबल या फाइबर नहीं। इसी वजह है कि इसका इस्तेमाल दूरदराज के इलाकों में आसानी से हो सकता है।

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कैसे ले सकेंगे इसका कनेक्शन?

कंपनी एक इंस्टॉलेशन किट बेचती है। इसमें एक स्टारलिंक एंटीना मिलता है। इसी एंटीने को उस जगह इंस्टॉल करना होता है, जहां इंटरनेट की कनेक्टिविटी चाहिए। इस किट में एक राउटर, एक सैटेलाइट लिंक केबल और एक AC केबल मौजूद होती है। इंटरनेट की स्पीड तेजी से मिलने के लिए यह भी जरूरी है कि आसमान साफ रहे, क्योंकि तभी सैटेलाइट से इसका कनेक्शन हो सकेगा। इसके अलावा, पेड़ की शाखा, खंभा, या छत से भी इसके कनेक्शन में गड़बड़ी देखने को मिल सकती है।

क्या मिलेगी इंटरनेट स्पीड?

सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सर्विस दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है। कंपनी का दावा है कि इसकी अपलोड स्पीड लगभग 5 से 20 एमबीपीएस के बीच होती है। वहीं, डाउनलोड स्पीड आमतौर पर 25 और 220 एमबीपीएस के बीच होती है।

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क्या होगी प्राइस?

अमेरिका में, Elon Musk की स्टारलिंक सर्विस 120 डॉलर प्रति महीने से शुरू है। प्लान के मुताबिक, इसकी कीमत 5,000 डॉलर तक जा सकती है। वहीं, टूल्स की कॉस्ट 500 डॉलर से शुरू होती है और 2,500 डॉलर तक जाती है।

इन देशों को मिल रही है सर्विस?

स्टारलिंक की सर्विस अभी USA, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूके, फ्रांस, नीदरलैंड, डेनमार्क, पुर्तगाल, न्यूजीलैंड जैसे कुछ ही देश में हैं।

First Published : April 14, 2024 | 10:34 AM IST