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जर्मनी की वाहन कंपनी फॉक्सवैगन ने शुक्रवार को कहा कि वह भारत में कथित सीमा शुल्क धोखाधड़ी पर कारण बताओ नोटिस मिलने के बाद अधिकारियों को पूरा सहयोग दे रही है। इस समूह का नेतृत्व इस समय भारत में स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया कर रही है।
इस कंपनी को अधिकारियों ने पूरी तरह से ‘नॉक डाउन’ इकाइयों के रूप में कारों के आयात पर लगभग 11,000 करोड़ रुपये (लगभग 1.4 अरब अमेरिकी डॉलर) के कथित सीमा शुल्क धोखाधड़ी के लिए कारण बताओ नोटिस भेजा है। पूरी तरह से नॉक डाउन (सीकेडी) इकाइयों का मतलब है कि ये कार अलग-अलग पुर्जों के रूप में भेजी गईं, और भारत में इन्हें जोड़ा गया।
स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया ने एक बयान में कहा, ”हम नोटिस का विश्लेषण कर रहे हैं और अधिकारियों को अपना पूरा सहयोग दे रहे हैं।”
नोटिस के बारे में विस्तार से न बताते हुए कंपनी ने कहा कि वह एक वैश्विक समूह का हिस्सा होने के नाते एक जिम्मेदार संगठन है, और सभी वैश्विक तथा स्थानीय कानूनों का पूरी तरह से पालन करती है।
माना जा रहा है कि कथित सीमा शुल्क धोखाधड़ी केवल उन कारों पर लागू होती है, जिन्हें सीकेडी रूट के तहत लाया जाता है। समूह पर जानबूझकर सीमा शुल्क अधिकारियों को गुमराह करने का आरोप लगाया गया है, क्योंकि उसने कलपुर्जों को सीकेडी इकाई के घटक के रूप में आयात करने के बजाय अलग-अलग इकाइयों के रूप में आयात किया।